अमृत योजना 2.0: नगर निगम सीमा में शामिल ग्रामीण इलाकों की पानी की समस्या होगी समाप्त, शुद्ध पेयजल के लिए इधर-उधर नहीं भटकेंगे लोग

Update: 2023-08-06 15:17 GMT

वाराणसी। नगर निगम सीमा में शामिल नए वार्डों में दूषित पानी ख़त्म करने की तैयारी है। अमृत योजना 2.0 के तहत निगम में शामिल 10 नये वार्डों के इलाकों में जल्द ही जलापुर्ति और सीवर संबंधी कार्य कराए जाएंगे। नगर आयुक्त ने रविवार को हुई मिनी सदन की बैठक में इस बाबत जानकारी सांझा की थी।

नगर निगम में शामिल नए वार्डों में अब लोगों को पेजयल के लिए इधर उधर भटकना नहीं होगा। साथ ही मार्गों में लगने वाले पानी से भी निजात मिलेगी। जल निकासी के लिए सीवर की भी विवस्था कराई जाएगी। जिससे घर-घर कनेक्ट कर सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इसके लिए सरकार की ओर से अमृत 2।0 योजना के तहत पेयजल आपूर्ति और सीवर की व्यवस्था का कार्य जल्द ही शुरू होने जा रहा है। जिसका डीपीआर भी तैयार कर लिया गया है।

अमृत योजना के तहत वरुणा पार में शामिल हुए नए वार्डों और बीएलडब्ल्यू इलाके में शामिल हुए नए वार्डों में सर्वप्रथम कार्य शुरू कराया जाएगा। दरअसल इन इलाकों में घनी आबादी होने के चलते यहां पेयजल व सीवर की आवश्यतका को देखते हुए सर्वप्रथम कार्ययोजना तैयार कर इन इलाकों में कार्य शुरू किया जाएगा।

नगर आयुक्त शिपू गिरि ने बताया कि इसका डीपीआर तैयार हो चुका है। जिसके तहत सीवर और पेयजल की लाइनों का निर्माण कराया जाएगा। इसमें वरुणापार और बीएलडब्ल्यू क्षेत्र के शामिल हुए वार्डों में सबसे पहले कार्य शुरू होगा। इसके लिए जल संस्थान को 44 करोड़ दिए गए हैं।

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