महाशिवरात्रि: हाथ में जल, बेलपत्री और नीलकंठ माला...काशी विश्वनाथ के दर्शन को उमड़ा भक्तों का जनसैलाब,अब तक 4 लाख भक्तों ने टेका मत्था

Update: 2024-03-08 04:20 GMT

वाराणसी। हर शिवभक्तों को महाशिवरात्रि के खास दिन का इंतजार रहता है। ऐसे में आज महाशिवरात्रि के अवसर पर नाथों के नाथ बाबा विश्वनाथ के दरबार में भक्तों का रेला उमड़ा है। श्रद्धालुओं का जनसैलाब कल रात से ही कतारबद्ध है। अबतक लगभग 4 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर लिए हैं।


हर-हर महादेव के उद्घोष से संपूर्ण परिसर गुंजायमान है। बाबा विश्वनाथ के दर्श के साथ ही भक्तों को इस बार ज्ञानवापी के तलगृह में भी स्थापित विग्रहों के झांकी दर्शन हो रहे हैं। ऐसे में उनका उत्साह देखते बन रहा है। मंगला आरती के बाद से बाबा का कपाट भक्तों के लिए खोल दिया गया। एक-एक करके भक्त अपने बाबा विश्वनाथ के दर्शन प्राप्त कर निहाल हो उठ रहे। गर्भगृह के चारों-ओर लगे जलपात्र से भक्त अपने बाबा को जल चढ़ा रहे।


हाथों में जल - बेलपत्री और नीलकंठ की माला लिए भक्त अपने बाबा की एक झलक पाने के लिए लालायित नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं, इतने लंबे इंतजार के बाद भी अस्थावनों के चेहरे को देखकर ऐसा नही रहा है कि ये घंटों लाइन में लगकर बाबा के दर्शन प्राप्त कर रहे है।


सिर्फ बनारस ही नहीं बल्कि देश विदेश से आए श्रद्धालुओं का तांता यहां नजर आ रहा है। ये नजर सिर्फ काशी विश्वनाथ धाम का ही नही, ये नजारा आज महाशिवरात्रि के अवसर पर वाराणसी के सभी मंदिरों जैसे मार्कण्डेय महादेव मंदिर, मृत्युंजय महादेव मंदिर, तिलभांडेश्वर महादेव मंदिर और अन्य शिवालयों में भक्तों का रेला बाबा का जलाभिषेक और उनके दर्शन के लिए उमड़ा है।


महाशिवरात्रि यानी शिवलिंग के उत्पत्ति का दिन…ये दिन सिर्फ शिवलिंग की उत्पत्ति का ही नही बल्कि इस दिन माता पार्वती और शिव जी का विवाह हुआ था इसीलिए भी बेहद खास माना जाता है।


बात अगर सुरक्षा व्यवस्था की करें तो शिवभक्तों कोई दिक्कत न हो इसलिए मंदिर प्रशासन तैयारियों में जुटा है। इस बार पांच प्रवेश द्वार से भक्तों को बाबा विश्वनाथ के दरबार में इंट्री मिल रही है। उनके निकासी के लिए भी अलग-अलग रास्तों का चयन हुआ है। काशी विश्वनाथ धाम के गेट नम्बर 4 के अलावा गंग द्वार, दुढ़ीराज, सरस्वती फाटक और नंदू फारिक गेट से भक्तों को एंट्री मिल रही है।




बताते चलें कि महाशिवरात्रि पर इस बार पहला ऐसा मौका होगा जब काशी विश्वनाथ के दर्शन के साथ शिवभक्त ज्ञानवापी में भी दर्शन कर रहे हैं। अनुमान है कि 10 लाख से ज्यादा भक्त बाबा के दर्शन के लिए काशी आएंगे जो अपने आप एक नया रिकॉर्ड होगा।

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