क्यों और किस लिए मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस: जामुनी रंग के कपड़े पहनने का क्यों है प्रचलन, जानिए खास बात

Update: 2024-03-08 05:49 GMT

इस साल हम 112वां अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने जा रहे हैं। विश्वभर में हर साल 08 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। महिलाओं के अधिकारों और उपलब्धियों को सम्मान के रूप में याद करने के लिए महिला दिवस को मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं सबसे पहले इस दिन को मनाने की शुरुआत कहां से और क्यों हुई? क्यों इस दिन जमुनी रंग के कपड़े विशेष रूप से पहने जाते हैं? 2024 में इसकी थीम क्या रखी गई है? आइए आज महिला दिवस के खास मौके पर जानते हैं इसके बारे में।

कौन थी क्लारा जेटकिन, जिन्होंने रखी महिला दिवस की नींव?

महिला दिवस को खास बनाने की शुरुआत आज से 116 बरस पहले यानी 1908 में तब हुई, जब क़रीब पंद्रह हज़ार महिलाओं ने न्यूयॉर्क शहर में एक परेड निकाली। एक साल बाद अमरीका की सोशलिस्ट पार्टी ने पहला राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का एलान किया।इसके बाद साल 1910 में क्लारा जेटकिन नाम की एक महिला ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बुनियाद रखी थी। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस या महिला दिवस, कामगारों के आंदोलन से निकला था, जिसे बाद में संयुक्त राष्ट्र ने भी सालाना जश्न के तौर पर मान्यता दी।

क्लारा एक वामपंथी कार्यकर्ता महिलाओं के हक़ के लिए आवाज़ उठाने वाली महिला थीं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का सुझाव, 1910 में डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगेन में कामकाजी महिलाओं के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में दिया था।

उस सम्मेलन में 17 देशों से आई 100 महिलाएं शामिल थीं और वो एकमत से क्लारा के इस सुझाव पर सहमत हो गईं। तब जाकर पहला अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 1911 में ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विटज़रलैंड में मनाया गया।

साल 1975 में मिली औपचारिक मान्यता

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को औपचारिक मान्यता 1975 में उस वक़्त मिली, जब संयुक्त राष्ट्र ने भी ये जश्न मनाना शुरू कर दिया। संयुक्त राष्ट्र ने इसके लिए पहली थीम 1996 में चुनी थी, जिसका नाम 'गुज़रे हुए वक़्त का जश्न और भविष्य की योजना बनाना' था।

आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस, समाज में, सियासत में, और आर्थिक क्षेत्र में महिलाओं की तरक़्क़ी का जश्न मनाने का दिन बन चुका है।

क्यों पहनना चाहिए जामुनी रंग के कपड़े?

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पहचान अक्सर जामुनी रंग से होती है क्योंकि इसे 'इंसाफ़ और सम्मान' का प्रतीक माना जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक़, जामुनी, हरा और सफ़ेद अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रंग हैं।

हालांकि इस रंग से जुड़ी परिकल्पना को लेकर विवाद भी है। महिला अधिकार कार्यकर्ता कहते हैं , "महिला दिवस से ताल्लुक़ रखने वाले इन रंगों की शुरुआत 1908 में ब्रिटेन में महिलाओं के सामाजिक और राजनीतिक संघ (WSPU) से हुई थी।"

महिला दिवस कैसे मनाया जाता है?

कई देशों में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर राष्ट्रीय अवकाश रहता है। इन देशों में रूस भी शामिल है, जहां आठ मार्च के आस-पास के तीन चार दिनों में फूलों की बिक्री दोगुनी हो जाती है।

चीन में राष्ट्रीय परिषद के सुझाव पर बहुत सी महिलाओं को आधे दिन की छुट्टी दे दी जाती है।

इटली में महिलाओं को आठ मार्च को मिमोसा फूल देकर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है।

अमरीका में मार्च का महीना महिलाओं की तारीख़ का महीना होता है। हर साल राष्ट्रपति की तरफ़ से एक घोषणा जारी की जाती है, जिसमें अमरीकी महिलाओं की उपलब्धियों का बखान किया जाता है।

कैसे निर्धारित की गई अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की तारीख

1911 में पहली बार जर्मनी, ऑस्ट्रिया, स्विटजरलैंड में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। हालांकि इसे औपचारिक मान्यता 1955 में तब मिली। जेटकिन ने जब महिलाओं के सामने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की बात रखी तो उस समय किसी खास तारीख का जिक्र नहीं किया गया था। शुरुआती दौर में इसे फरवरी के पहले रविवार को मनाने की परंपरा शुरू की गई। हालांकि बाद में संयुक्त राष्ट्र ने इसके लिए 8 मार्च की तारीख तय की। इसके बाद से यही तारीख अंतरराष्ट्रीय महिला के दिवस तौर पर दुनियाभर में सेलिब्रेट की जा रही है.

महिला दिवस 2024 की थीम

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए हर साल एक अलग थीम निर्धारित की जाती है। साल 2023 में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम 'एम्ब्रेस इक्विटी' (Embrace Equity) रखी गई, जिसकी अर्थ 'लैंगिक समानता पर ध्यान देना' था। बात अगर साल 2024 की थीम की करें तो इस साल महिला दिवस Inspire Inclusion (एक ऐसी दुनिया, जहां हर किसी को बराबर का हक और सम्मान मिले) थीम के साथ मनाया जाएगा।

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