वाराणसी। दिल्ली-मालदाटाउन फरक्का एक्सप्रेस ट्रेन की स्लीपर बोगी में बुधवार की शाम किलकारी गूंजी। ट्रेन की स्लीपर बोगी में यात्रा कर रही 38 वर्षीय महिला ने अपने कोच में वाराणसी…

वाराणसी। दिल्ली-मालदाटाउन फरक्का एक्सप्रेस ट्रेन की स्लीपर बोगी में बुधवार की शाम किलकारी गूंजी। ट्रेन की स्लीपर बोगी में यात्रा कर रही 38 वर्षीय महिला ने अपने कोच में वाराणसी जंक्शन पर बच्चे को जन्म दिया। रेलवे कंट्रोल रूम की सूचना पर रेलवे की मेडिकल टीम ने सुरक्षित प्रसव कराया और जंक्शन पर किलकारी गूँज उठी। दोनों की जांच के बाद उन्हें घर जाने की अनुमति दे दी गयी और इसी ट्रेन से वो गंतव्य को रवाना हुईं।

पूर्वोत्तर रेलवे के जनसम्पर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि दिल्ली से मालदा टाउन जा रही फरक्का एक्सप्रेस के स्लीपर कोच संख्या एस-3 के बर्थ संख्या 71 पर मंगलवार को यात्रा कर रही लाल बानो (38) को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। ट्रेन वाराणसी पहुंचने वाली थी। उन्होंने अपने मोबाइल से कॉल की और रेल मदद पर अपनी समस्या बताई।

उन्होंने बताया कि इस आशय की सूचना कंट्रोल रूम से मिलने पर पूर्वोत्तर रेलवे के मंडल चिकित्सालय की टीम कैंट स्टेशन पहुंची। ट्रेन के प्लेटफॉर्म संख्या 5 पर 3:03 बजे रुकते ही मंडल चिकित्सालय की मेडिकल टीम महिला यात्री के बर्थ पर पहुंची। डॉक्टर आयुष श्रीवास्तव, डॉक्टर अमरनाथ ने अपने टीम के साथ आसपास के सीटों को खाली कराकर परदों से कवर किया।

महिला सहयात्रियों की मदद से ट्रेन के डिब्बे में ही गर्भवती महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया। स्वास्थ्य जांच के बाद सबकुछ ठीक पाया गया। महिला को आवश्यक दवाएं भी दी गईं। जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि जच्चा-बच्चा पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं। महिला यात्री ने मेडिकल टीम एवं रेलवे प्रशासन को आकस्मिक सेवा के लिए धन्यवाद दिया गया। महिला यात्री उसी फरक्का एक्सप्रेस से अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गई।

Updated On 15 Feb 2023 8:58 AM GMT
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