Varanasi : नागेपुर में बिजली के फ्लैट रेट की मांग को लेकर बुनकरों ने किया प्रदर्शन, 19 फरवरी को होगी बुनकर महापंचायत
वाराणसी। प्रधानमंत्री आदर्श नागेपुर में क्षेत्र के सैकड़ों बुनकरों ने फ्लैट रेट पर बिजली की मांग को लेकर मंगलवार को प्रदर्शन किया। क्षेत्र के नागेपुर, बेनीपुर, हरसोस, जलालपुर, जंसा, महमहदपुर,…
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वाराणसी। प्रधानमंत्री आदर्श नागेपुर में क्षेत्र के सैकड़ों बुनकरों ने फ्लैट रेट पर बिजली की मांग को लेकर मंगलवार को प्रदर्शन किया। क्षेत्र के नागेपुर, बेनीपुर, हरसोस, जलालपुर, जंसा, महमहदपुर, कुण्डरिया, गनेशपुर, कल्लीपुर, मेहदीगंज आदि गाँवों से आये सैकड़ों बुनकरों ने नागेपुर स्थित लोक समिति आश्रम में बैठक भी की। इस बैठक में बुनकरों ने 19 मार्च को नागेपुर में बुनकर महापंचायत का आयोजन करने का निर्णय लिया है।
आक्रोशित बुनकरों ने कहा कि अभी तक हमें बिजली की पुरानी व्यवस्था 2006 के बिजली विभाग के अधिनियम के अनुसार बुनकरों को एक पावरलूम पर प्रतिमाह 70-75 रुपये बिजली का बिल चुकाना पड़ता था, लेकिन सरकार ने नये नियम बनाकर इस व्यवस्था को खत्म कर दिया नई व्यवस्था के लागू होने के बाद उन्हें अब महीने के 1500-1600 रुपये बिजली का बिल देना पड़ेगा। जो कि फिलहाल उनके बस की बात नहीं है।
बुनकरों ने कहा कि कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी से पैदा हुए आर्थिक संकट के कारण बुनकर पहले ही भुखमरी और फाकाकशी पर मजबूर हो गए हैं। बुनकरों के सामने पेट पालने के लिए घर के ज़रूरी सामान और पॉवरलूम को कबाड़ के भाव बेचने जैसी नौबत आ गयी है। ऐसे में बढ़ी हुई बिजली की दरें बुनकर समाज की आर्थिक स्थिति और बदहाल कर देगी।
आक्रोशित बुनकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से सरकार से पुराने बिजली के बिल माफ करने और फ्लैट रेट पर बिजली बहाली की पुरानी व्यवस्था फिर से लागू करने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से माँग की है।
लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने कहा कि बनारस के बुनकर अपनी गंगा-जमुनी तहजीब और बनारसी साड़ी के लिए दुनियाभर में मशहूर है, लेकिन बनारस के बुनकर आज अपनी ही विरासत को लेकर संघर्ष करता नज़र आ रहा है। किसान नेता योगीराज पटेल ने कहा कि बनारस की संस्कृति, हस्तशिल्प,और बुनकरों की आजीविका को बचाना बेहद जरुरी है।
बनारस में बुनकरों की आबादी लगभग डेढ़ लाख के करीब है. ऐसे में बुनकरों को फिक्स रेट पर बिजली दी जाय और जिन बुनकरों के खिलाफ भी आर सी जारी हुई है उसे वापस लिया जाए। बुनकरों द्वारा तैयार की गई साड़ी को किसानों की फसलों की तरह ही क्रय किया जाए। ऐसा करने से कुटीर उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
कार्यक्रम में मुख्यरूप से रामबचन, शिवकुमार, रमेश, राजेश, करन पटेल, सोहराब अली, राधे यादव, दिलीप मौर्य, जयप्रकाश, अजय राय, राकेश मौर्य, राजेश गुप्ता, लालबहादुर, आशीष कुमार, चंद्रमा प्रसाद, विनोद आदि लोग शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन दिहाड़ी मजदूर संयोजक रामबचन, अध्यक्षता विनोद कुमार तथा धन्यवाद ज्ञापन ग्राम प्रधान नागेपुर के मुकेश कुमार ने किया।
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