सर्व सेवा संघ पर गरमाई सियासत, प्रियंका गांधी ने जताया आक्रोश, ट्वीट कर कही ये बात...

वाराणसी। राजघाट क्षेत्र स्थित सर्व सेवा संघ मुद्दे को लेकर कांग्रेस व कुछ अन्य संगठनों में नाराजगी है। प्रकरण को लेकर शासन-प्रशासन पर आरोप लगाया जा रहे हैं। लोग इस संस्थान की ऐतिहासिकता की ओर ध्यान दिलाते हुए सर्वसेवा संघ भवन को ध्वस्त न करने की अपील कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने जनपद के पार्टी नेताओं को प्रकरण पर लगातार नजर रखते हुए कार्रवाई के बारे में जानकारी देने के निर्देश दिये हैं।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी ने अपने फेसबुक व ट्वीटर पेज पर ट्वीट कर इसके प्रति आक्रोश दिखाया। उन्होंने कहा कि सर्व सेवा संघ परिसर के खाली करने व ढहाने की तैयारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की महान विरासत पर हमला है। आचार्य विनोबा भावे, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री और बाबू जगजीवन राम के प्रयासों से वाराणसी में इसकी स्थापना हुई थी। जिसका मकसद था - गांधीजी के विचारों का प्रचार-प्रसार। इन्हीं महापुरुषों के नेतृत्व में यह जमीन भी खरीदी गई थी। यह भवन गांधी स्मारक निधि एवं जयप्रकाश नारायण द्वारा किये गये दान संग्रह से बनवाया गया था। अब इस भवन को अवैध बताकर कार्रवाई शुरू करना गांधीजी के विचारों और उनकी विरासत पर एक और हमला करने की कोशिश है। हमारे देश के महानायकों और राष्ट्रीय विरासत पर इस तरह का हमला जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।
भारत में गांधी के याद में बने धरोहरों को किया जा रहा ध्वस्त: अजय राय
कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष अजय राय ने आरोप लगाया है कि एक ओर दुनियाभर में गांधीजी के बारे में बताया जा रहा है और दूसरी ओर, भारत में उनकी याद में बनाए गए संस्थानों और धरोहरों को ध्वस्त करने का षडयंत्र चल रहा है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों के प्रचार-प्रसार के लिए सर्वसेवा संघ की स्थापना की गई थी। इसकी स्थापना इतिहास प्रसिद्ध महान पुण्यात्माओं ने पूरी वैधानिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद की थी वह परिसर इतने दशक बाद अचानक अवैध कैसे हो गया।
उन्होंने कहा है सर्व सेवा संघ ने 1960, 1961 एवं 1970 में रेलवे से यह जमीन खरीदी। उसके भुगतान का पैसा सरकारी खजाने में जमा हुआ। वर्तमान में इस प्रांगण को धवस्त करना एक बड़ी साजिश है। अजय राय ने चेतावनी दी है कि यदि इस पवित्र धरोहर को ध्वस्त करने या अवैध घोषित करने का फैसला वापस नहीं लिया गया, तो कांग्रेसजन इसे बचाने के लिए सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे।
बुलडोज़र चलाकर राष्ट्रपिता के विचार समाप्त नहीं होंगे
महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे एवं पूर्व जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा ने एक वक्तव्य के माध्यम से शासन-प्रशासन के इस निर्णय का विरोध करते हुए कहा है कि गांधीजी से जुड़े इस संस्थान पर बुलडोजर चलाकर राष्ट्रपिता के विचारों को समाप्त कर संभव नहीं होग। सर्व सेवा संघ देश की आजादी के दीवानों एवं महापुरुषों द्वारा स्थापित संस्था है। इसे ध्वस्त करने संबंधी निर्णय वापस लेना होगा। प्रकरण को लेकर कांग्रेस के अवधेश पांडेय, देवेंद्र सिंह, अतुल मालवीय, राजकुमार सोनकर और उमेश द्विवेदी आदि ने भी सख्त नाराजगी जतायी है। उधर, इस मामले के विरोध में विभिन्न संगठनों ने संयुक्त रूप से बुधवार को डीएम, कमिश्नर व रेलवे के आला अफसरों को ज्ञापन देकर सर्व सेवा संघ को जमींदोज होने से रोकने की की अपील की।
