वाराणसी। प्रधानमंत्री मोदी आज अपने दो दिवसीय दौरे के लिए वाराणसी में हैं। आज दौरे के दूसरे दिन पीएम बीएचयू स्वतंत्रता भवन पहुंचे है, यहां सांसद संस्कृति प्रतियोगिता समेत कई प्रतियोगिता के विजताओं को और संस्कृत विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया। साथ ही सभी प्रतियोगियों, उनके गुरुजनों और अभिभावकों सभी को बधाई दी।

इस दौरान उन्होंने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि, काशी तो सर्वविद्या की राजधानी है, आज काशी का वो सामर्थ्य और स्वरूप​ फिर से संवर रहा है। ये पूरे भारत के लिए गौरव की बात है।

पीएम ने कहा, हम सब तो निमित्त मात्र हैं, काशी में करने वाले तो महादेव हैं। जहां महादेव की कृपा हो जाती है, वह धरती ऐसे ही संपन्न हो जाती है। उन्होंने आगे कहा, पिछले 10 वर्षों में काशी में विकास के जो कार्य हुए हैं। काशी के बारे में संपूर्ण जानकारी पर आज यहां दो बुक भी लांच की गई है। पिछले 10 वर्ष में काशी ने विकास की जो यात्रा तय की है, उसके हर पड़ाव और यहां की संस्कृति का वर्णन इस बुक में भी किया गया है।

उन्होंने आगे कहा, क समय था, जब भारत की समृद्धि गाथा पूरे विश्व में कही जाती थी। इसके पीछे भारत की केवल आर्थिक ताकत ही नहीं थी। इसके पीछे हमारी सांस्कृतिक समृद्धि भी थी, सामाजिक और आध्यात्मिक समृद्धि भी थी।

पीएम ने कहा, काशी जैसे हमारे तीर्थ और विश्वनाथ धाम जैसे हमारे मंदिर ही राष्ट्र की प्रगति की यज्ञशाला हुआ करती थीं। यहां साधना भी होती थी और शास्त्रार्थ भी होते थे। यहां संवाद भी होते थे और शोध भी होते थे। यहां संस्कृति के स्रोत भी थे और साहित्य संगीत की सरिताएं भी थीं।

पीएम मोदी ने कहा, काशी शिव की भी नगरी है, ये बुद्ध के उपदेशों की भी भूमि है। काशी जैन तीर्थंकरों की जन्मस्थली भी है और आदि शंकराचार्य को भी यहाँ से बोध मिला था। पूरे देश से और दुनिया के कोने-कोने से भी ज्ञान, शोध और शांति की तलाश में लोग काशी आते हैं। हर प्रांत, हर भाषा, हर बोली, हर रिवाज के लोग काशी आकर बसे हैं। जिस स्थान पर ऐसी विविधता होती है, वहीं नए विचारों का जन्म होता है।

हमारे ज्ञान, विज्ञान और आध्यात्म के उत्थान में जिन भाषाओं का सबसे बड़ा योगदान रहा है, संस्कृत उनमें सबसे प्रमुख है। भारत एक विचार है, संस्कृत उसकी प्रमुख अभिव्यक्ति है। भारत एक यात्रा है, संस्कृत उसके इतिहास का प्रमुख अध्याय है। भारत विविधता में एकता की भूमि है, संस्कृत उसका उद्गम है।

इसके बाद पीएम का काफिला सीरगोवर्धनपुर के लिए रवाना हो गया। आप पीएम संत रविदास मंदिर में दर्शन पूजन के साथ लंगर छकेंगे। इसके बाद संत रविदास की प्रतिमा का लोकार्पण करेंगे और श्रद्धालुओं को संबोधित करेंगे।

यहां लगभग 1.30 घंटे के कार्यक्रम के बाद बीएचयू हेलीपैड आएंगे और हेलीकॉप्टर से बाबतपुर एयरपोर्ट जाएंगे, एयरपोर्ट से सड़क मार्ग होते हुए कारखियां एग्रो पार्क जाएंगे। फिर काशी बनारस संस्कृत अमूल प्लांट का निरीक्षण के बाद एग्रो पार्क परिसर से 13167.07 करोड़ रुपए की 35 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे। इनमें अमूल प्लांट समेत 10972.00 करोड़ रुपये की 23 योजनाओं का लोकार्पण और 2195.07 करोड़ रुपये की 12 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।

पीएम परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास के बाद जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद लगभग 3:30 बजे पीएम बाबतपुर एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।

Updated On 23 Feb 2024 5:48 AM GMT
Ankita Yaduvanshi

Ankita Yaduvanshi

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