वाराणसी। बीएचयू स्थित सर सुंदरलाल अस्पताल में पैथोलॉजी का निजीकरण किए जाने को लेकर छात्रों ने सोमवार को वाइस चांसलर को 3 सूत्री मांग पत्र सौंपा। छात्रों ने आरोप लगाया कि कुछ लोग अपने फायदे के लिए अस्पताल की पैथोलॉजी को प्राइवेट कंपनी को दे रहे हैं। साथ ही छात्रों ने निजी कंपनी के खिलाफ अपना विरोध जताते हुए वाइस चांसलर से इस फैसले को निरस्त किए जाने की मांग की।

छात्रों ने बताया कि निजी कंपनी के हाथ में पैथोलॉजी लैब जाने से भारी वित्तीय अनियमितता की संभावना है। छात्रों का कहना है कि अस्पताल प्रशासन ने ब्लड और यूरिन की जांच के लिए स्थापित सेंटर फॉर क्लीनिक इन्वेस्टिगेशन के संचालन जिम्मेदारी लखनऊ की निजी कंपनी पीयूष सेटिंग सर्विसेज ट्रांसपोर्ट नगर को दी है।

छात्रों ने आशंका जताई है कि लैब निजी हाथों में जाने के बाद अस्पताल में आने वाले मरीज के परिजनों को काफी आर्थिक भार उठाना पड़ सकता है। छात्रों ने कहा है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं होती है, तो वे इस लड़ाई को आगे भी जारी रखेंगे। साथ ही इस मामले को प्रधानमंत्री कार्यालय तक भी ले जाने की चेतावनी दी है।

वहीं इस संबंध में डॉ० अवनींद्र राय ने बताया कि सर सुंदरलाल अस्पताल में आने वाले मरीजों का इलाज कम पैसे में होता रहा है, लेकिन लैब को निजी हाथों में दे दिया गया है। ऐसे में संभावना है कि आने वाले दिनों में इस पर भारी शुल्क भी लगाया जाएगा, जिससे तीमारदारों को काफी दिक्कतों को सामना करना होगा।

Ankita Yaduvanshi

Ankita Yaduvanshi

Next Story