प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को भिक्षा मुक्‍त शहर बनाने को लेकर विशेष योजना तैयार की गई है। जिसकी पहल वाराणसी की बेगर कॉरपोरेशन ने की है।

यह एक ऐसी संस्था है जो भिखारियों को कहीं किसी के आगे भीख मांगने के लिए हाथ फ़ैलाने नहीं बल्कि उस हाथ का उपयोग एक कार्य के प्रति कर गर्व व सम्मान से कमाना और जीना सिखाया है और सिखा रही है। इतना ही नहीं संस्था ने अब तक अब 17 भिखारी परिवारों को भीख के जाल से बाहर निकाला है, जो आज विभिन्न व्यवसायों में लगे हुए हैं और सम्मान के साथ कमा रहे हैं और अपना जीवन यापन कर रहे है।

बेगर कॉरपोरेशन संस्था {Beggar Corporation Organization} के संस्थापक चन्द्र मिश्रा ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि इस संस्था का उद्देश्य देश के 4 लाख 13 हजार 617 भिखारी है। उन्हें मोटीवेट कर एक ऐसे राह पर लाना कि वह भीख ना मांगे बल्कि अपनी निपुण कला से कुछ काम करें।

18-40 आयु वर्ग के भिखारियों को टार्गेट करती है संस्था

उन्होंने कहा कि हमने आम जनता से अपील करके उनसे कहा है कि वो जिस भी भिखारी को देखें उसे मोटीवेट करें और हमारे पास ले आये। हम उन्हें काम देंगे। ये जो हमारी बेगर कॉरपोरेशन संस्था है वह 18-40 आयु वर्ग के सक्षम शरीर वाले भिखारियों को टार्गेट करती है।

आगे कहा कि हमारी संस्था में कई ऐसे साधारण काम जैसे बैग बनाना, स्टॉले बनाना, डमरु व माला फुल बेचना, कहीं कोई प्रोडक्ट की डेलिवरी करना हैं जिसे वो कर सकते हैं और कमा सकते हैं। उन्होंने बताया कि अब तक हमने 17 बेगर्स को अपने साथ जोड़ा है और वर्कशॉप के माध्यम से हम उन्हें कार्य सिखाते हैं फिर वो लोग जिस भी कार्य को करने की चाह रखते हैं, वो काम करके प्रति माह 12,000 और उससे ज्यादा कमा सकते हैं।

उन्होंने लोगों से यह अपील भी कि लोग किसी को भीख न दें बल्कि वो जो प्रोडक्ट बना रहें हैं उसे खरीदे ताकि उनकी इनकम हो और लोग एक भिखारी को काम करके उन्हें कमाने के लिए प्रेरित करें फिर हमारी बेगर कारपोरेशन संस्था {Beggar Corporation Organization} में लेकर आये और जो भी व्यक्ति ऐसा करेगा उस हर व्यक्ति को हमारी संस्था की ओर से इनाम के रूप में 1000 रुपये मिलेंगे।

बीसी के संस्थापक चंद्र मिश्रा ने सरकार, विशेषकर जिला प्रशासन से वाराणसी में असली भिखारियों की पहचान के लिए आई कार्ड भी जारी करने की मांग की है।

आपको बता दें कि बेगर कॉरपोरेशन संस्था {Beggar Corporation Organization} के एक सर्वेक्षण के अनुसार, वाराणसी में लगभग 6,000 भिखारी हैं जिनमें 1400 बच्चे शामिल हैं। अप्रैल 2024 में 50 भिखारी परिवारों से शुरूआत करके, बीसी 3 वर्षों में 6 चरणों में 800-1000 भिखारी परिवारों को स्थायी विकल्प प्रदान करेगा।

Ankita Yaduvanshi

Ankita Yaduvanshi

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