• बोले वाराणसी के नए मेयर अशोक तिवारी

• छात्र जीवन से ही राजनीति में जुड़े

• काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव भाजपा के साथ हैं

वाराणसी। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के नए मेयर भाजपा के पुराने नेता अशोक तिवारी होंगे। राज्य निर्वाचन आयोग ने इस नाम पर अपनी मुहर लगा दी है। चुनाव कुछ लोगों को शायद यह नाम नया लग रहा होगा, लेकिन ऐसा नहीं है। वाराणसी के नए मेयर अशोक तिवारी 2014 के काफी पहले से जुड़े हुए हैं। वे क्षेत्रीय टीम में दो बार मंत्री का दायित्व भी निभा चुके हैं। उन्होंने 2014 से पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रैलियों के आयोजन में अहम भूमिका निभाई। मीडिया से बातचीत में अशोक तिवारी ने बताया कि 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्हें शहर दक्षिणी सीट पर मजबूत दावेदार माना गया था, मगर उस समय के राजनीतिक समीकरणों के चलते पार्टी ने विधायक नीलकंठ तिवारी को दोबारा मौका दिया। इसके बाद से ही अशोक तिवारी की नई भूमिका को लेकर पार्टी में कयास लगाए जा रहे थे। इसी के बाद से भाजपा ने अशोक तिवारी को मेयर पद का प्रत्याशी बनाया और उन्होंने निकाय चुनाव में बंपर जीत हासिल की। बता दें कि अशोक तिवारी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी ओपी सिंह को भारी अंतर से हराकर वाराणसी मेयर की सीट पर कब्ज़ा पाया।

व्यक्तिगत जीवन

अशोक तिवारी मूलत: उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रहने वाले हैं। उनके पिता कमलाकर तिवारी कृषि विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं और बहुत ही शांतिप्रिय व्यक्तित्व के हैं। उनकी माताजी और धर्मपत्नी दोनों आदर्श महिला हैं। उन्होंने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ अपनी शिक्षा पूरी की और छात्र जीवन से ही राजनीति का हिस्सा रहे। वर्ष 2008 से उन्होंने राजनीति में कदम रखा उसके बाद इनका राजनीति के प्रति लगाव बढ़ता गया।

शासन व्यवस्था सही और सुचारू रूप से बनी रहे

अशोक तिवारी ने मीडिया से बातचीत में अपने आगे की कार्य योजनाओं के बारे में बताया। कार्यशैली के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि सामान्य तरीके से जो चल रहा है, बस वही को आगे भी ले जाना है। कुछ नई सरकारी योजनाएं बनेंगी और लागू भी होंगी। सरकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाना है। केंद्र तथा राज्य के सभी योजनाओं को सुचारू रूप से चलने में और चलाने में सहायता प्रदान करना ताकि देश की शासन व्यवस्था सही और सुचारू ढंग से बनी रहे।

जनगणना में त्रुटियों के कारण हुए कम मतदान

जनपद में निकाय चुनाव के दौरान हुए कम मतदान कम मतदान को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि जनगणना में कुछ त्रुटियों तथा वोटर लिस्ट में वोटरों का नाम ना हो पाने के कारण ऐसी गलतियां हुई हैं, लेकिन आने वाले दिनों में इन सब बातों पर विशेष तरह से ध्यान दिया जाएगा ताकि ऐसी कोई भी गलतियां ना होने पाए।

बाबा हैं भाजपा के साथ

पूर्व मंत्री व वर्तमान विधायक नीलकंठ तिवारी के वार्ड कालभैरव में हार के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस विषय पर हमारी पार्टी और संगठन के लोग विचार विमर्श कर रहे हैं। काशी कोतवाल बाबा काल भैरव के प्रति हमारी अत्यधिक आस्था है। बाबा भाजपा के साथ हैं और सब कुछ सुचारू रूप से और अच्छे तरीके से आगे जनता को देखने को मिलेगा।

महापौर बनने के बाद जनता के प्रति जिम्मेदारियों के बाबत पूछने पर उन्होंने कहा कि नगर निगम की योजनाओं को जनता तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता होंगी। साथ ही करों में बदलाव करने को लेकर पार्टी द्वारा समीक्षा किया जाएगा। जैसा उपयुक्त हो, सभी के लिए वही मान्य होगा।

Updated On 15 May 2023 3:38 AM GMT
बनारसी नारद

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