वाराणसी STF ने महाराष्ट्र पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई में अंतरराज्यीय स्तर पर सिंथेटिक ड्रग्स (म्याऊ-म्याऊ) तस्करी करने वाले गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है। इस दौरान STF ने सिंधौरा के एक घर में छापेमारी कर 2 किलो नशीले सिंथेटिक ड्रग्स और इसे तैयार करने के लिए 100 लीटर केमिकल बरामद की बरामदगी की। साथ ही उस कमरे में ड्रग्स बना रहे दो तस्करों को भी धर दबोचा।

मिली जानकारी के अनुसार, एसटीएफ के द्वारा पकड़ी गई ड्रग्स की अनुमानित कीमत 30 करोड़ रुपये है। एसटीएफ ने तस्करों को यूनिट में लाकर पूछताछ की। देर रात ट्रांजिट रिमांड पर महाराष्ट्र पुलिस आरोपियों को ठाणे ले जाएगी।

वाराणसी STF के डिप्टी एसपी ने बताया कि ठाणे महाराष्ट्र की पुलिस ने वाराणसी यूनिट को सूचना दी कि कसावडावली ठाणे (महाराष्ट्र) में वांछित अभियुक्त ओम गुप्ता उर्फ मोनू पुत्र जय गोविन्द गुप्ता निवासी विनायक नगर नाला सोपारा मुम्बई (महाराष्ट्र) वर्तमान में जनपद वाराणसी में छिपकर रह रहा है। वाराणसी के ड्रग्स तस्करों के साथ मिलकर सिन्थेटिक मादक पदार्थ तैयार कराकर महाराष्ट्र के तस्करों को बेच रहा है।

निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के साथ सर्विलांस टीम ने लोकेशन खंगाली तो आरोपी का फोन भगवतीपुर मझवां सिंधौरा में एक्टिव मिला। शनिवार को ठाणे से वाराणसी पहुंची महाराष्ट्र पुलिस की एपीआई रूपाली सिंह के साथ टीम ने छापेमारी करते हुए दो आरोपियों को दबोच लिया। इसमें बड़ागांव तिवारीपुर निवासी संतोष गुप्ता उर्फ बल्ली और अतुल सिंह पुत्र अशोक कुमार को गिरफ्तार कर लिया।

उनके कब्जे से नशीला सिंथेटिक ड्रग्स, 152 बोतल मेथेलेमियन, 41 बोतल सोडियम हाईड्रोक्लोराइड, 10 बोतल चारकोल, 10 बोतल क्लोरोफार्म, 4 बाक्स हाईड्रोक्लोराइड एसिड, स्टेराइड और मोबाइल फोन, कार समेत अन्य चीजें बरामद की। STF टीम दोनों आरोपियों को लेकर यूनिट लाया गया, टीम ने दोनों से तीन घंटे से अधिक पूछताछ की।

आरोपी अतुल ने पूछताछ ने बताया कि ओम गुप्ता उर्फ मोनू पुत्र जय गोविन्द गुप्ता निवासी विनायक नगर नाला सोपारा मुम्बई (महाराष्ट्र) मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गैंग का सरगना है, जो ठाणे, मुम्बई व आस-पास के इलाके में मादक पदार्थ की तस्करी करता है। जनवरी 2024 में गैंग के 3 सदस्यों को ठाणे (महाराष्ट्र) पुलिस ने 32 लाख रूपये का सिन्थेटिक ड्रग्स के साथ पकड़ा था। थाना कसावडावली में अभियोग पंजीकृत होने के बाद से ओम गुप्ता उर्फ मोनू गुप्ता के साथ फरार था।ड्रग्स तस्कर ओम गुप्ता उर्फ मोनू वाराणसी में तैयार कर फिर मुम्बई व ठाणे आदि जिलों में अपने कैरियरों के माध्यम से सप्लाई कराता।

वाराणसी में तैयार करते ड्रग्स फिर मुंबई भेजते

आरोपी संतोष गुप्ता उर्फ बल्ली ने बताया कि उसकी मुलाकात ओम गुप्ता उर्फ मोनू से मुंबई में हुई। ओम गुप्ता उर्फ मोनू ने वाराणसी में सिन्थेटिक ड्रग्स तैयार करने के लिये कहा। उसने अतुल सिंह के नाम पर मकान खरीदने के लिए प्रदीप प्रजापति पुत्र रमन प्रजापति निवासी भगवतीपुर (मझवां) थाना सिन्धोरा जनपद वाराणसी को 6.50 लाख रुपये एडवांस दिए और मकान ले लिया। ओम गुप्ता उर्फ मोनू, संतोष गुप्ता उर्फ बल्ली तथा अतुल सिंह नशीला सिंथेटिक ड्रग्स तैयार करने लगे। इसे ओम गुप्ता उर्फ मोनू मुम्बई, ठाणे तक पहुंचाता था। संतोष गुप्ता उर्फ बल्ली तथा अतुल सिंह को प्रति किलोग्राम दो लाख रूपये ड्रग्स तैयार करने के लिए मिलता था।

Ankita Yaduvanshi

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