वाराणसी। काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी को बतौर मानदेय 90 हजार रुपये, कनिष्ठ पुजारी को 80 हजार और सहायक को 65 हजार रुपये का मानदेय दिया जाएगा। 41 साल के बाद पुजारी सेवा नियमावली पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की बैठक में सहमति बन गई है। विश्वनाथ मंदिर में में पुजारियों के 50 पद होंगे और इस पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी होंगे।

बृहस्पतिवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की 105वीं बैठक कमिश्नरी सभागार में हुई। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष प्रो. नागेंद्र पांडेय की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसे शासन की अनुमति के लिए भेज दिया गया है। 1983 में मंदिर अधिग्रहण के बाद से ठंडे बस्ते में चल रही पुजारी सेवा नियमावली के अनुसार पुजारियों को तीन वर्ग में बांटा गया है।

इंश्योरेंस के लिए 10 हजार, 7.5 हजार और पांच हजार रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा मार्ग व्यय के रूप में वरिष्ठ पुजारी व पुजारी को चार हजार तथा कनिष्ठ पुजारी को दो हजार रुपये पेट्रोल खर्च मिलेगा। पुजारियों को अवकाश, साप्ताहिक अवकाश के साथ सेवानिवृत्ति पर अनुग्रह राशि भी दी जाएगी।

बैठक की शुरुआत मंदिर के ट्रस्टी वेंकट रमन घनपाठी ने वैदिक मंत्रों से मंगलाचरण के साथ की। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने पिछली बैठक में लिए गए निर्णय की अनुपालन आख्या और आगामी सत्र के बजट पर चर्चा की। इस पर न्यास ने सहमति प्रदान की।

सेवा नियमावली को तैयार करने में प्रो. ब्रजभूषण औझा, निखिलेश मिश्रा और प्रो. चंद्रमौलि उपाध्याय ने सहयोग किया है। बैठक में जिलाधिकारी एस राज लिंगम, ट्रस्टी प्रो. चंद्रमौली उपाध्याय, प्रो. बृजभूषण ओझा, पंडित दीपक मालवीय, पंडित प्रसाद दीक्षित मौजूद रहे।

संस्कृत छात्रों को निशुल्क मिलेगा ड्रेस और किताबें

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर से जिले के संस्कृत विद्यालय के विद्यार्थियों को निशुल्क ड्रेस और किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही विद्यालयों को न्यास की ओर से वाद्ययंत्र देने पर भी सहमति बनी है। इसके साथ ही पहली बार विश्वनाथ मंदिर की ओर संस्कृत ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाएगा।

शहर के स्टेशन, बस अड्डे और घाटों पर रहने वाले लोगों को प्रतिदिन बाबा का प्रसाद बनाकर वितरण करने का भी प्रस्ताव न्यास में रखा गया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि मंदिर के अन्नक्षेत्र में प्रसाद तैयार करके मंदिर के ही वाहनों से दोपहर में प्रसाद शहर में वितरण किया जाएगा।

न्यास के सदस्य और संपूर्णानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिहारी लाल ने न्यास परिषद को विश्वविद्यालय के कार्यों में सहयोग करने की बात कही। न्यास परिषद के अध्यक्ष प्रो. पांडेय ने विश्वविद्यालय के भवन की मरम्मत और उनके रखरखाव के लिए एक करोड़ रुपये तक का बजट न्यास परिषद की ओर से देने की सहमति प्रदान की गई।

Vipin Singh

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