वाराणसी। काशी हिंदू विश्विद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग की शोध छात्रा अंशिका श्रीवास्तव का चयन अमेरिका के कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी सैनफ्रांसिस्को के प्रतिष्ठित प्रयोगशाला होलेनबच में हुआ है। उनका चयन अपने पीएचडी के दौरान में कोविड-19 पर किये उत्कृष्ठ कार्य के लिए हुआ है।

बता दें कि, अंशिका ने जंतु विज्ञान में प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे के मार्गदर्शन में अपना पीएचडी पूरा किया है। उन्होंने अपने पीएचडी के दौरान सर्वप्रथम कोविड-19 का विश्व की विभिन्न जातियों और जनजातियो में अलग अलग पाया। इन्होंने सीक्वेंस डाटा की विश्लेषण की एक नई विधि दी जिसमें लोगो के जीनोम की तुलना म्यूटेशन से ना करके हेप्लोटाइप के आधार पर की गई। जिससे लोगो के कोविड 19 को संवेदनशीलता को बेहतर तरीके से आकलन किया जा सकता है।

इस विषय पर आंशिका ने 5 विश्वस्तरीय शोध पत्र प्रस्तुत किये। पीएचडी के दौरान आंशिका को तारतु विश्वविद्यालय स्टोनिया से डोरा फेलोशिप भी मिला था।अंशिका ने बीएससी दिल्ली यूनिवर्सिटी एमएससी और बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के जन्तु विज्ञान विभाग से किया है।

अंशिका ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता के साथ पीएचडी के सुपरवाइजर प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे और विभाग के अन्य शिक्षकों के साथ ज्ञान लैब के साथियों को दिया। वो कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के हेलोनबच लैब में ह्यूमन लिकोसाइट एंटीजन और कोविड 19 पर कार्य करेगी।

Updated On 27 May 2023 9:58 AM GMT
Ankita Yaduvanshi

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