वाराणसी। मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के भेड़हरा बस्ती (खोचवा) स्थित ढाबा के संचालक की गला रेत कर हत्या मामले में नया तथ्य सामने आया है। पुलिस के मुताबिक, ढाबा संचालक के दोस्त ऑटो चालक ने शराब के नशे में धुत होने पर नोकझोंक के बाद की थी। जिसके बाद उसने आवेश में आकर अपने दोस्त का गला रेत दिया। यह खुलासा शनिवार की शाम मिर्जामुराद थाने की पुलिस ने मुकदमे में नामजद भेड़हरा खोचवा निवासी प्रेमचंद उर्फ पिंटू को गिरफ्तार करने के बाद किया। पिंटू के पास से खून लगा कपड़ा, मोबाइल और 600 रुपये बरामद किए गए। रविवार को उसे अदालत में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा जाएगा।

मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के खोचवा गांव निवासी अमित पांडेय उर्फ मोनू (30 वर्ष) का भेड़हरा बस्ती (खोचवा) में नेशनल हाईवे की सर्विस रोड के किनारे ढाबा है। बृहस्पतिवार की रात अमित अपने घर नहीं गया था। शुक्रवार की सुबह पता लगा कि ढाबे में ही अमित की गला रेतकर हत्या कर दी गई है। अमित की पत्नी करिश्मा पांडेय की तहरीर पर मिर्जामुराद थाने में भड़ेहरा खोचवा निवासी प्रेमचंद उर्फ पिंटू और अनिल सिंह के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। एडीसीपी गोमती जोन टी सरवनन ने बताया कि मिर्जामुराद थानाध्यक्ष आनंद कुमार चौरसिया ने अपनी टीम के दरोगा योगेंद्र यादव, हरिकेश यादव, अतुल कुमार त्रिपाठी, राजेश मौर्य, अतुल मिश्र, संग्राम सिंह यादव और जितेंद्र यादव के साथ दबिश देकर आरोपी प्रेमचंद को उसके गांव से ही गिरफ्तार किया।

वहीँ पुलिस दूसरे आरोपी अनिल सिंह की भूमिका की जांच करते हुए उसकी तलाश कर रही है। हत्या के आरोपी को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कृत करने के लिए उच्चाधिकारियों को संस्तुति की जाएगी।

कौन है श्रेष्ठ? इस बात पर हुआ झगड़ा

प्रेमचंद ने पुलिस को बताया कि बृहस्पतिवार की रात दोनों ने आठ बजे से शराब पीनी शुरू की। दोनों नशे में हो गए तो जाति, पैसा और सामाजिक हैसियत को लेकर बातचीत होने लगी। बातचीत में दोनों ही एक-दूसरे पर हावी होने का प्रयास करने लगे तो कहासुनी होने लगी। इसके बाद दोनों बाइक से जाकर फिर शराब ले आए और पीने लगे। प्रेमचंद ने कहा कि अमित बार-बार यह जताने की कोशिश कर रहा था कि वह हर मामले में उससे श्रेष्ठ है। रात 12 बजे के लगभग दोनों शराब के नशे में धुत हो चुके थे। नशे में उसे कुछ नहीं सूझा तो अमित की बात को अपने मान-सम्मान से जोड़ते हुए उसने उसके ढाबे में रखा सब्जी काटने का चाकू उठाया और उसका गला रेत कर भाग गया।

दो महीने की दोस्ती, मौत पर आकर हुई खत्म

पुलिस की पूछताछ में प्रेमचंद ने बताया कि वह और अमित एक-दूसरे को बहुत पहले से अच्छे से जानते थे। बीते दो महीने से दोनों की दोस्ती प्रगाढ़ हुई थी। वह ऑटो लेकर अमित के ढाबा पर रोजाना रात में जाता था। ग्राहकों की भीड़ ज्यादा रहती थी तो वह उसका सहयोग भी करता था। इसके बाद दोनों ढाबे पर ही बैठ कर शराब पीते थे।

बनारसी नारद

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