वाराणसी। सारनाथ थाना क्षेत्र के रंगीलादास पोखरे के पास जमीन विवाद को लेकर ट्रांसपोर्टर करोबारी राजकुमार यादव की गोली मारकर हत्या में शामिल महिला समेत तीन अभियुक्तों को वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने पंजाब के मोहली से दबोचा. इसमें एक अभियुक्तों का शरणदाता भी है। अभियुक्तों की पहचान सोनी यादव, शिवम यादव और धर्मेंद्र मौर्य के रूप में हुईधर्मेंद ने दोनों को पंजाब में शरण दिलाई थी।

पुलिस पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि राजकुमार की हत्या के बाद पुलिस गिरफ्तारी से बचने के लिए हमसब यहां से निकल गयेऐसे में मृतक राजकुमार यादव का छोटा भाई और गाजीपुर जेल में विजय यादव ने पत्नी सोनी और बेटा शिवम को पुलिस से बचाने के लिए अपने जानने वाले धर्मेंद मौर्य के पास भेज दिया।

धर्मेंद सरायलखवंशी मऊ का निवासी है और वर्तमान पता वाधामऊ लखनऊ हैउसका कारोबार पंजाब के मोहाल में ऐसे में विजय के कहने पर उसने शरण दी थी। हत्या के बाद सर्विलांस और क्राइम ब्रांच ने दोनों की लोकेशन ट्रेस की और पंजाब के मोहाली कंबोज अस्पताल एयरपोर्ट रोड से 22 जुलाई को पंजाब पुलिस की मदद से दबोचाअभियुक्तों के पास से आठ मोबाइल, 14 सिम समेत अन्य सामान बरामद हुआ। इस मामले में मृतक राजकुमार यादव की पत्नी ने सारनाथ थाने में मुख्य आरोपी देवर विजय यादव, उसकी दोनों पत्नियां सोनी यादव, आरती यादवअनिल यादव समेत अन्य के खिलाफ दर्ज कराया है।

बनारसी नारद

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