वाराणसी। वाराणसी के काशी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन से पांच साल की मासूम बच्ची को अगवा कर दुष्कर्म और फिर हत्या करने वाले आरोपी को जेल भेजे जाने के बाद उसके खिलाफ पुलिस ने प्रभावी तरीके से कार्रवाई की शुरुआत कर दी है। आरोपी का डीएनए सैंपल लेकर प्रयागराज स्थित फॉरेंसिक लैब भिजवाया गया है।

डीएनए प्रोफाइल मैचिंग टेस्ट रिपोर्ट आते ही आरोपी के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दाखिल कर ट्रायल फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने की तैयारी है। इसके साथ ही आरोपी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई के लिए भी कागजी कवायद शुरू कर दी गई है। काशी रेलवे स्टेशन पर बीते 14 अगस्त की रात मां-बाप के साथ सो रही चंदौली की पांच वर्षीय बच्ची अगवा की गई थी। 15 अगस्त की सुबह उसका लहूलुहान शव लगभग सौ मीटर की दूरी पर राजघाट स्थित मालवीय पुल के ढलान के समीप झाड़ी में मिला था।

इस पूरे मामले में 24 अगस्त की शाम बिहार के रोहतास जिला निवासी संजय वनवासी उर्फ पंडित को गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर वारदात के दौरान उसके द्वारा पहने गए कपड़े और बच्ची के इनरवियर बरामद किए गए। आदमपुर थाने की पुलिस के अनुसार, बच्ची और आरोपी के कपड़े की बरामदगी के अलावा घटना की रात बच्ची के परिवार के समीप ही संजय सोया हुआ था। अगले दिन वह काशी रेलवे स्टेशन से भाग गया था। यह बातें जांच में पुष्ट हो चुकी है। आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया है। उसके खिलाफ अब तक की जांच में पर्याप्त साक्ष्य हैं। डीएनए रिपोर्ट एक अहम साक्ष्य साबित होगी और अब उसी का इंतजार है। इस संबंध में इंस्पेक्टर आदमपुर अजीत कुमार वर्मा ने बताया कि हम ठोस साक्ष्य और तथ्यों के आधार पर प्रभावी तरीके और त्वरित गति से इस मुकदमे की पैरवी अदालत में करेंगे। अदालत से संजय बनवासी उर्फ पंडित के लिए मृत्युदंड की मांग की जाएगी।

बनारसी नारद

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