वाराणसी। वाराणसी के काशी स्टेशन से 14 अगस्त की रात गायब हुई मासूम की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया है। आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में जो बताया, वह काफी चौंकाने वाला है। आरोपी में पुलिस बताया कि उसने मासूम के पिता से बदला लेने के लिए दुस्साहसिक कदम उठाया था। आदमपुर थाने की पुलिस शुक्रवार को इस घटना का खुलासा कर आरोपी को अदालत में पेश करेगी।

प्रकरण के मुताबिक, चंदौली का दोना-पत्ता बेचने वाला परिवार 14 अगस्त की रात काशी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नं० दो-तीन पर सोया हुआ था। रात ढाई बजे के लगभग परिवार के मुखिया की नींद खुली तो उसके और उसकी पत्नी के बीच सोयी हुई पांच साल की बच्ची गायब थी। बच्ची की खोजबीन शुरू की गई तो वह नहीं मिली। 15 अगस्त की सुबह खोजबीन के दौरान बच्ची का लहूलुहान शव राजघाट स्थित मालवीय पुल के ढलान के समीप झाड़ी में मिला। आदमपुर थाने की पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर पड़ताल शुरू की और रेलवे स्टेशन व उसके आसपास के क्षेत्र में संदिग्ध प्रतीत होने वाले 25 लोगों से पूछताछ की गई।

शंका के आधार पर आठ लोगों का सैंपल लेकर डीएनए के मिलान के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला प्रयागराज भेजा गया। तफ्तीश के दौरान ही बचपन से काशी रेलवे स्टेशन व उसके आसपास रहकर दोना-पत्ता बेचने वाले संजय वनवासी उर्फ पंडित पर पुलिस को शक हुआ तो उससे पूछताछ शुरू की गई। नशे के आदी संजय ने पुलिस को गुमराह करने की काफी कोशिश की, लेकिन कड़ाई से हुई पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस की पूछताछ में संजय ने बताया कि उसे लेकर मासूम बच्ची का पिता हमेशा आपत्तिजनक टिप्पणी करता रहता था। उसे सबक सिखाने के लिए शराब के नशे में मासूम बच्ची को अगवा कर उसके साथ हैवानियत की और फिर उसे मार डाला।

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बनारसी नारद

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