वाराणसी। ज्ञानवापी परिसर में सर्वे और उससे जुड़ी जानकारी साझा करने पर सोमवार को प्रशासन ने कड़ी नाराजगी जताई। ASI टीम ने भी दोनों पक्षों के बयानबाजी को लेकर नाराजगी जताई है। इसी बीच जिला प्रशासन ने इस मामले से जुड़े एक अधिवक्ता व महिला वादी को नोटिस दिया। साथ ही इस मामले में संयम बरतने के साथ ही बयानबाजी से बचने की सलाह भी दी गई है।

ज्ञानवापी परिसर का सर्वे सोमवार को खत्म हुआ, तो अधिवक्ता व महिला वादी ने अपनी बात रखी। इसमें सर्वे व उससे जुड़ी जानकारी भी दी गई। यह मामला दूसरे पक्ष ने उठाया और आपत्ति की। मामले की जानकारी जिला प्रशासन को दी गई। इसका संज्ञान लेकर ही जिला प्रशासन ने सख्ती की है। प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि मामला अदालत के विचाराधीन है। गोपनीय रिपोर्ट अदालत में जमा कराई जानी है। किसी भी तरह की बयानबाजी से बचना है। बयानबाजी से किसी भी पक्ष की भावनाएं नहीं आहत होनी चाहिए। सर्वे पर किसी तरह की टीका टिप्पणी नहीं करनी है। बता दें कि ASI की ओर से कोर्ट को 2 सितम्बर तक सर्वे कार्य पूरा करके किसी भी हाल में रिपोर्ट सबमिट करना है। इस मामले में जब हिन्दू पक्ष के अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी से बात की गई, तो उन्होंने नोटिस की बात से साफ़ इंकार किया। बताया कि हमारे पास किसी भी प्रकार का नोटिस नहीं आया है।

Updated On 8 Aug 2023 4:34 AM GMT
बनारसी नारद

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