वाराणसी। लंका स्थित बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में हंगामे के आरोप में रविवार को सैकड़ों अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया। 17 अगस्त को हंगामे के कारण दो घंटे तक चिकित्सीय कामकाज ठप रहा। इस दौरान ट्रॉमा सेंटर के कर्मचारियों को मारने के लिए भी दौड़ाया गया।

प्रकरण को लेकर ट्रॉमा सेंटर के सिक्योरिटी सुपरवाइजर सुरेंद्र सिंह की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ लंका थाने में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। ट्रॉमा सेंटर में लगे सीसी कैमरों की फुटेज की मदद से पुलिस ने आरोपियों को चिह्नित करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।

सिक्योरिटी सुपरवाइजर सुरेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि बीते 17 अगस्त की रात बीएचयू ट्रॉमा सेंटर के आपातकालीन क्षेत्र (लाल क्षेत्र) में आए मरीजों का उपचार डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ कर रहे थे। उसी दौरान अचानक सैकड़ों की संख्या में आए अज्ञात लोगों ने हिंसक माहौल पैदा कर कर्मचारियों को मारने के लिए दौड़ा लिया। इसके चलते आपातकालीन क्षेत्र में गंभीर रूप से घायल मरीजों को छोड़कर चिकित्सकीय स्टॉफ अपनी जान बचाने के लिए भाग निकला।

आपातकालीन क्षेत्र में भय और अराजकता की स्थिति उत्पन्न हो गई। लगभग दो घंटे तक आपातकालीन क्षेत्र में चिकित्सकीय कामकाज ठप रहा। सुरेंद्र सिंह ने कहा कि अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में आए मरीजों की जान को खतरे में डालने वाले अराजकतत्वों के खिलाफ पुलिस कठोर कार्रवाई करे।

उधर, इस संबंध में लंका थानाध्यक्ष अश्वनी पांडेय ने बताया कि तहरीर के आधार पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। ट्रॉमा सेंटर में लगे सीसी कैमरों की फुटेज की मदद से आरोपियों को चिह्नित कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। अस्पताल जैसी जगह में किसी को अराजकता नहीं फैलाने दी जाएगी।

बनारसी नारद

बनारसी नारद

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