वाराणसी। बीएचयू प्रॉक्टोरियल बोर्ड पिछले कुछ दिनों से विवादों में घिरा हुआ है। जिसका कारण स्टूडेंट के लिए किसी तरह का प्लेसमेंट सेल का ना होना है। इसी बीच मंगलवार को बीएचयू में प्रॉक्टोरियल और स्टूडेंट्स में नोकझोंक हुई। बताया जा रहा है कि कुलपति आवास पर छात्र पिछले एक सप्ताह से धरने पर बैठे हुए हैं। जिसे हटाने के लिए प्रॉक्टोरियल टीम पहुंची थी। जिसके बाद नोकझोंक शुरू हो गई। इस दौरान दो छात्राएं घायल भी हो गई। इस नोकझोंक में एक छात्रा का हाथ और रेट के पैर टूटने की खबर है।

इस घटना के बाद स्टूडेंट्स के आंदोलन को और गति मिल गई। सैकड़ों की संख्या में छात्र मौके पर पहुंचे हुए हैं। कुलपति आवास पर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टोरियल टीम के जवान भी मौके पर तैनात हैं।

स्टूडेंट का कहना है कि वोकेशनल कोर्स के लिए विद्यार्थियों के लिए कोई प्लेसमेंट सेल नहीं है। अभी तक प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल की शिक्षा नहीं मिल सकी है। न तो कार्यशाला होती है। नियमित कक्षाओं के संचालन में भी दिक्कत होती है। कुछ को छोड़कर बाकी को हॉस्टल भी अलॉट नहीं किया किया गया है, जबकि हम लोगों से पूरे विश्वविद्यालय में सबसे अधिक फीस ली जाती है।

चार दिनों से शांतिपूर्ण तरीके से विरोध

हम पिछले चार दिनों से केंद्रीय कार्यालय के बाहर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध दर्ज करा रहे हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से हमें सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है। कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। जब तक हमारी मांगों को नहीं माना जाएगा, तब तक धरना जारी रहेगा। छात्रों की मांग है कि कोर्स कन्वेनर को हटाया जाए। प्लेसमेंट सेल बनाया जाए, हॉस्टल अलॉट किए जाएं, सेमेस्टर की परीक्षा कोर्स को पूरा करने के बाद हो और कार्यशाला का आयोजन हो।

बनारसी नारद

बनारसी नारद

Next Story