वाराणसी। बीएचयू के संगठन भगत सिंह छात्र मोर्चा के कार्यालय पर NIA ने छापेमारी की है। जिसके बाद NIA की टीम ने संगठन से जुड़ी दो युवतियों को पूछताछ के लिए 12 सितम्बर को लखनऊ स्थित NIA दफ्तर बुलाया है। वहीं अब इस मामले में एबीवीपी ने संगठन से जुड़े लोगों को काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर में बैन करने की मांग की है।

इसके लिए एबीवीपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने विश्वविद्यालय के चीफ़ प्रॉक्टर को ज्ञापन सौंप कर भगत सिंह छात्र मोर्चा पर प्रतिबंध लगाने एवं इस संगठन के सदस्यों एवं इससे संबंधित शिक्षकों पर कार्यवाही की मांग की है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कहा कि यह बहुत ही दुःखद एवं शर्मनाक है। इस प्रकार के राष्ट्र विरोधी कृत्यों में लिप्त संगठन के सदस्य काशी हिन्दू विश्वविद्यालय जैसे परिसर में भी अपना नक्सली एजेंडा फैलाने का कार्य कर रहे थे। इन्हें यहीं कार्यरत कुछ व्यक्तियों से सहयोग मिल रहा था।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी हिन्दू विश्वविद्यालय इकाई सर्वप्रथम विश्वविद्यालय एवं जिला प्रशासन से मांग करती है कि इस प्रकार के राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त भगत सिंह छात्र मोर्चा एवं उसके सदस्यों को प्रतिबंधित किया जाए।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समय समय पर इन संगठनों की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का मुखर हो कर विरोध करती आई है। भगत सिंह छात्र मोर्चा की गतिविधि एवं विचारधारा हमेशा से संदिग्ध रही है। छात्र संगठन के नाम पर इस संगठन को छात्र हित के किसी भी विषय से कोई सरोकार नहीं रहा है। इसके सदस्य समय समय पर अपनी राष्ट्र विरोधी विचारधारा सोशल मीडिया के माध्यम से दर्शाते रहे हैं।

इस दौरान यह भी ध्यान देने योग्य है कि इस संगठन की संदिग्ध गतिविधियों का मार्गदर्शक एवं मददगार काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में कार्यरत कुछ व्यक्ति भी हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इस संगठन एवं इसके मददगारों की जांच कर कड़ी कार्यवाही करने की मांग करती है।

बनारसी नारद

बनारसी नारद

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