वाराणसी। भेलूपुर में हुए 1.40 करोड़ की डकैती के मुख्य आरोपी अजीत मिश्रा को पांच घंटे की पुलिस रिमांड के बाद भी पुलिस के हाथ पुख्ता सबूत नहीं लगे। कस्टडी रिमांड के दौरान पुलिस अजीत मिश्रा की निशानदेही पर आजमगढ़ के लालगंज से कुछ भी बरामद नहीं कर सकी।

पुलिस के अनुसार, अजीत मिश्रा ने बताया कि डकैती के रुपए मुक़दमे में वांछित भिटारी निवासी अनुभव पांडेय औरफ सागर व गुजरात के रहने वाले जगदीश कुमार पटेल के पास हो सकते हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अब इन दोनों आरोपियों के घरों की कुर्की की जाएगी। अदालत ने अजीत मिश्रा को बुधवार दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक पुलिस रिमांड में रखने का आदेश दिया था। इससे पहले भेलूपुर थाना प्रभारी अजीत मिश्रा ने तीन दिन की कस्टडी रिमांड की मांग की थी। इस पर आरोपी के अधिवक्ता विवेक शंकर तिवारी ने कस्टडी रिमांड का विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि उनका मुवक्किल कई रोगों से पीड़ित है। रुपए की कोई बरामदगी नहीं होनी है। जितने की डकैती की बात की जा रही है, उससे ज्यादा रुपए बरामद किए जा चुके हैं।

बता दें कि भेलपुर थाना क्षेत्र में बीते 29 मई को कंपनी के कर्मचारी से 1.40 करोड़ रुपए की डकैती हुई थी। इस मामले में बीते पांच जून को पुलिस ने भेलूपुर थानान्तर्गत बैजनस्था क्षेत्र में एक कार से 92.94 लाख रुपए की बरामदगी भी कर ली थी। जबकि अन्य रुपयों के बारे में कुछ पता नहीं चला। बाद में पुलिस ने इस मामले में भेलपुर थाने में मुख्य आरोपित अजीत मिश्रा उर्फ गुरुजी, सच्चिदानंद राय उर्फ मंटू, वसीम खान, प्रदीप पांडेय और घनश्याम मिश्रा समेत 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसमें पांचों आरोपित अजीत मिश्रा उर्फ गुरुजी, सच्चिदानंद राय उउर्फ मंटू वसीम खान, प्रदीप पांडेय और घनश्वान मिश्रा इस समय जेल में बंद है, जबकि अन्य लोगों की तलाश जारी है। बता दें कि इसी मामले में तत्कालीन अपर पुलिस आयुक्त (अपराध एवं मुख्यालय) संतोष कुमार सिंह ने तत्कालीन थाना प्रभारी रमाकांत दुबे समेत सात पुलिसकर्मियों को भी दोषी पाने पर बर्खास्त कर दिया था। सातों आरोपी पुलिसकर्मी फरार चल रहे हैं।

बनारसी नारद

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