वाराणसी। इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद शुक्रवार सुबह ज्ञानवापी के सर्वे का काम शुरू हो गया। पहले दिन दो चरणों में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक सर्वे का काम शुरू हुआ। इस दौरान मुस्लिम पक्ष यानी अंजुमन इंतजामिया कमेटी ने सर्वे से दूरी बनाई। मुस्लिम पक्ष ने सर्वे को रोकने के लिए याचिका दायर किया था, जिसपर आज सुनवाई होनी थी। वहीँ अब सुप्रीम कोर्ट की ओर से मुस्लिम पक्ष की याचिका ख़ारिज होने पर स्थिति साफ़ हो गई है।

शुकवार की सुबह 8 बजे से शुरू हुए सर्वे को दोपहर में जुमे की नमाज के कारण कुछ देर के लिए रोका गया। अब शनिवार को दोबारा सर्वे शुरू होगा। सर्वे में अंजुमन इंतेजामिया मसजिद कमेटी भी सहयोग करेगी। इसकी जानकारी कमेटी के संयुक्त सचिव सैयद मोहम्मद यासीन ने दी। इससे पूर्व शुक्रवार और बीते 24 जुलाई को मुस्लिम पक्ष ने इस सर्वे का बहिष्कार किया था।

सैयद मोहम्मद यासीन ने कहा कि कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने एएसआई के सर्वे पर स्थगन आदेश देने से इंकार कर दिया है। ऐसे में अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का सम्मान करते हुए एएसआई के वैज्ञानिक सर्वे में सहयोग करेंगे।

हम आशा करते हैं कि न्यायालय के दिशा-निर्देश का निष्पक्ष तरीके से पालन होगा और हमारी मस्जिद को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। साथ ही, 17 मई 2022 के सुप्रीम कोर्ट के अदालत के आदेश से हमारे धार्मिक अधिकार सुरक्षित रहेंगे। सैयद मोहम्मद यासीन ने कहा कि हम सभी से अपील करते हैं कि अदालत के आदेश का सम्मान करते हुए पूर्ण रूप से शांति व्यवस्था बनाए रखें। अफवाहों पर कतई ध्यान न दें। लोगों की बयानबाजी को नजरअंदाज करते रहें, इसी में सबकी भलाई है। शांति, संयम और सद्भाव के मूल मंत्र को हम मजबूती से पकड़े रहें।

बनारसी नारद

बनारसी नारद

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