वाराणसी। भोजपुरी एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे की मौत को पांच महीने बीत चुके हैं। लेकिन अभी तक पुलिस को इस केस में कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगे हैं। पुलिस अभी तक इस केस की गुत्थी सुलझा नहीं पाई है। जबकि मुख्य आरोपी समरजीत सिंह उर्फ़ समर सिंह जेल में बंद है। इस मामले की जांच अब सीबीआई या सीबीसीआईडी से कराने की मांग उठी है। आकांक्षा दुबे की मां मधु दुबे की ओर से उनके अधिवक्ता सौरभ तिवारी ने इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गृह सचिव को पत्र भेजा है।

दूसरी ओर आकांक्षा दुबे को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में वाराणसी जिला जेल में बंद भोजपुरी गायक समर सिंह की जमानत अर्जी पर हाईकोर्ट में शुकवार को सुनवाई होनी है। इस प्रकरण का एक और आरोपी समर सिंह का दोस्त संजय सिंह जमानत पर अभी बाहर है। समर सिंह की जमानत जिला न्यायालय ने ख़ारिज कर दी थी। जिसके बाद समर के वकील ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

प्रकरण के मुताबिक, बीते 26 मार्च को आकांक्षा दुबे का शव वाराणसी के एक होटल में मिला था। पुलिस के मुताबिक, वह अपने बेड पर बैठी हुई थी और गले पर पंखे के हुक के सहारे दुपट्टे के फंदा था। आकांक्षा की मां मधु दुबे ने घटना के बाद समर सिंह और संजय सिंह पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए सारनाथ थाने में तहरीर दी थी। सारनाथ थाने की पुलिस ने दोनों के खिलाफ अदालत में चार्जशीत दाखिल किया था। संजय सिंह फिलहाल जमानत पर बाहर है। वहीं समर सिंह जिला न्यायालय ने समर सिंह की जमानत अर्जी ख़ारिज कर दी थी।

बनारसी नारद

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