वाराणसी। यूपी एसटीएफ की वाराणसी इकाई व नॉर्कोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो की की टीम ने संयुक्त रोप से छापेमारी कर इंटरस्टेट सिंथेटिक ड्रग तस्कर गिरोह का खुलासा किया है। टीम ने शिवपुर थाना क्षेत्र के कादीपुर में छापेमारी कर पांच तस्करों को लगभग 50 लाख रुपए के ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया है। उनके पास से ड्रग और ड्रग तैयार करने के उपकरण रसायन मिथाइल अमोनियम क्लोराइड, हाइड्रो क्लोरिक एसिड, 10 मोबाइल फोन आदि के साथ एक 32 बोर की कंट्री मेड पिस्टल और 40 हजार रुपये नकद भी बरामद किया है।

दरअसल, एसटीएफ की वाराणसी इकाई को सूचना मिली कि शिवपुर थाना क्षेत्र के इन्द्रपुरी इनक्लेव के एक मकान में नशीला सिंथेटिक ड्रग्स तैयार कर बेचा जाता है। इंटरस्टेट नॉर्कोटिक्स स्मगलर संदीप तिवारी अपने साथियों के साथ मिलकर नशीला सिंथेटिक ड्रग्स बना रहा है, यदि शीघ्रता की जाये तो पकडे जा सकते हैं। इस पर एसटीएफ की टीम ने सक्रियता दिखाते हुए फील्ड इकाई वाराणसी के निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में उकता स्थान पर छापेमारी की, जिसके बाद उपरोक्त अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया।

गिरफ्तार ड्रग तस्करों भदोही निवासी सुशील उपाध्याय, जौनपुर निवासी प्रमोद यादव, मुम्बई निवासी अकरम चुन्नू खड्डे, भदोही निवासी आनन्द तिवारी, जौनपुर निवासी संदीप तिवारी के खिलाफ शुक्रवार को विस्तृत पूछताछ के बाद विधिक कार्रवाई की गई। पूछताछ में पांचों ने बताया कि वे शिवपुर के इंद्रपुरी इन्क्लेव कादीपुर स्थित एक मकान में लैब डालकर कृत्रिम रूप से सिंथेटिक ड्रग तैयार करते थे। वे अपने एजेंटों के माध्यम से बम्बई और अहमदाबाद आदि शहरों में बड़ी मात्रा में भेज कर अवैध लाभ कमाते हैं।

इस गैंग का सरगना संदीप तिवारी का सिंथेटिक ड्रग्स तैयार कर इसका कारोबार करने वाला एक इंटरस्टेट गिरोह है। संदीप तिवारी केमेस्ट्री विषय से ग्रेजुएट है। वह कुछ दिनों तक फार्मा इण्डस्ट्री में काम भी कर चुका है। यहां से नौकरी छोडने के बाद वह महाराष्ट्र के ड्रग्स तस्करों से जुड़ कर मादक पदार्थो की तस्करी में संलिप्त हो गया था। दिसम्बर 2018 में उसे मुम्बई एण्टी नॉर्कोटिक्स सेल ने 100 किग्रा फेंटाड्रिल नामक नशीले ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया था।

इस केस में छूटने के बाद पुनः संदीप तिवारी अपने साथियों के साथ ड्रग्स तस्करी करने लगा। इसे पुनः मार्च 2023 में मादक पदार्थ तस्करी में गिरफ्तार किया गया था। जहां से लगभग 03 माह बाद जमानत पर छूट गया था। यह महाराष्ट्र का कुख्यात ड्रग्स तस्कर बना चुका था। इसके विरूद्ध महाराष्ट्र में ड्रग्स तस्करी के 04 मुकदमें पंजीकृत हैं। महाराष्ट्र पुलिस के निशाने पर आ जाने के बाद यह महाराष्ट्र छोड़ कर पुलिस की नजरों से बचते हुए जौनपुर के आस-पास रहने लगा।

इसी दौरान वाराणसी के थाना शिवपुर क्षेत्रान्तर्गत इन्द्रपुरी इनक्लेव में एक मकान किराये पर लेकर यह अपने गैंग के पुराने साथी अकरम चुन्नू खड्डे एवं आनन्द तिवारी, सुशील उपाध्याय व प्रमोद यादव आदि के साथ मिलकर नशीला सिंथेटिक ड्रग्स बना कर अपने साथी अकरम चुन्नू खड्डे के माध्यम से मुम्बई, अहमदाबाद एवं बैंगलोर व इसके आस-पास के क्षेत्र में भेजकर बेचने लगा, जिससे काफी लाभ कमाया था। आज इसके द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर शिवपुर क्षेत्रान्तर्गत नशीला सिंथेटिक ड्रग्स बनाया जा रहा था। एसटीएफ अभी सभी के विरुद्ध आवश्यक विधिक कार्यवाही करने में जुटी हुई है।

Updated On 4 Aug 2023 3:22 PM GMT
बनारसी नारद

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