सील होंगे मानक के विरुद्ध चल रहे वाराणसी के 28 होटल, केवल 80 के पास ही उपलब्ध फायर सर्टिफिकेट

वाराणसी। वाराणसी में मंगलवार देर रात लक्सा स्थित हरिविलास होटल में आग लग गई। जिसके बाद रिहाईशी इलाके में चल रहे होटल के अनुमति के जांच की मांग उठने लगी। देखा जाय तो, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद देश भर से लोगों का आना हो रहा है, लोगों के आगमन को देखते हुए शहर की तंग गलियों में भी लॉज व होटल लोगों ने खोल रखा है। इन पर लगातार फायर विभाग की निगाहें हैं। बावजूद इसके मंगलवार को इतनी बड़ी घटना घटित हुई। हालांकि इस घटना में किसी भी प्रकार के जान-माल की हानि नहीं हुई है। घटना के बाद वाराणसी के होटलों व लॉज की विभागीय जांच तेज हो गई है।
इसी क्रम में बीते दिनों परेड कोठी क्षेत्र में अभियान चलाकार कुल 88 होटलों को मानक के विरुद्ध पाया गया। जिन्हें सील करने की तैयारी शुरू कर दी गयी है। इसके लिए डीजी फायर को पत्र लिखा गया है, अनुमति मिलने के बाद कार्रवाई शुरू कर दी जायेगी।
लक्सा के श्रीनगर कॉलोनी स्थित होटल में आग लगने के बाद सख्त हुए चीफ फायर ऑफिसर आनंद सिंह राजपूत ने बताया कि इस संदर्भ में पूरी तरह से जांच की जायेगी। उन्होंने बताया कि शहर में कहने को तो तीन हजार से ज्यादा होटल व गेस्ट हाउसेस संचालित हो रहे हैं, लेकिन इनमें से फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट सिर्फ 80 के पास ही मौजूद है। इसके बाद अब पहली बार 88 होटल्स को सील करने की कार्रवाई शुरू करने की तैयारी की गयी है।
बताया कि नियम के मुताबिक होटल और गेस्ट हाउसेस को पानी की टंकी की व्यवस्था अलग करने के अलावा फायर फाइटिंग के सभी इंतजाम करने के अतिरिक्त स्टाफ को भी पूरी तरह से फायर सेफ्टी के लिए ट्रेंड रखना अनिवार्य है। इन नियमों के अतिरिक्त होटल खोलने से पहले हर विभाग की अलग अलग विभाग की एनओसी के अलावा सबसे महत्वपूर्ण फायर डिपार्टमेंट की एनओसी को माना जाता है। चीफ फायर ऑफिसर ने बताया कि हाल ही में 88 होटल वाराणसी के परेड कोठी इलाके में निरीक्षण के दौरान फायर सेफ्टी नियमों को पूरा करते नहीं मिले हैं। इन पर कार्यवाई की जा रही है। बताया कि 100 होटलों को नवीनीकरण के लिए नोटिस जारी की गयी है।
