उत्तर प्रदेश में पहली बार बार्ममिक्स तकनीक से सड़क बनाई जा रही हैं। आगरा में जी-20 डेलिगेशन के आगमन को देखते हुए सड़क को केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान दिल्ली के…

उत्तर प्रदेश में पहली बार बार्ममिक्स तकनीक से सड़क बनाई जा रही हैं। आगरा में जी-20 डेलिगेशन के आगमन को देखते हुए सड़क को केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान दिल्ली के वैज्ञानिकों की देखरेख में बनाया जा रहा है। जी 20 के सदस्य इसी मार्ग से ताजमहल का दीदार करने जाएंगे। आगामी 10 फरवरी को अतिथि दौरा करेंगे। आम तकनीक से सड़क की मरम्मत के लिए सर्दी कम होने का इंतजार करना पड़ता है, जबकि अतिथियों के आगमन को देखते हुए इंतजार संभव नहीं है. इसके लिए प्रशासन ने RRI से मदद मांगी।

फतेहाबाद रोड पर सेल्फी प्वाइंट से होटल हावर्ड पार्क प्लाजा तक की करीब 2.6 किलोमीटर सड़क निर्माण का काम होना है। मेट्रो कार्य के कारण ये सड़क पूरी तरह से उखड़ चुकी हैं। इस सड़क को बनाने के लिए मेट्रो ने हाथ खड़े कर दिए हैं। ऐसे में पीडब्ल्यूडी पर जिम्मेदारी आ गई है। यूपी में पहली बार इस तकनीक से सड़क बनाई जा रही हैं। इसमें बिटुमिन में ईवोथर्म नाम का केमिकल मिलाया जाता है। कम तापमान पर ये बिटुमिन को आपस में जोड़े रखने में मदद करता है। इस तकनीक से जीरो डिग्री में भी सड़क बनाई जा सकती है।

शनिवार को जी-20 डेलीगेशन के दौरे के मद्देनजर सेल्फी प्वाइंट पर सड़क निर्माण शुरू हो गया। इसके लिए CRRI से विशेषज्ञों की टीम आई है। अंबिका बहल ने बताया कि बार्ममिक्स के तकनीक से सड़क का निर्माण किया जा रहा है। अभी तक ये तकनीक का ठंडे इलाके में बॉडर्र रोड ऑर्गनाइजेशन इस्तेमाल कर रही है।

​​​​​​CRRI की अंबिका ने बताया कि इस तकनीक से बनने वाली रोड की लाइफ आम रोड़ की तुलना में काफी अधिक होती है। ठंडे इलाकों में अभी तक इस तकनीक पर बनी सड़कों पर हुए रिसर्च से पता चला कि वो सड़कें तीन साल तक चली हैं। इसके अलावा इस तकनीक से 160 डिग्री की बजाए 120 डिग्री सेल्सियस पर बिटुमिन तैयार किया जाता है। ऐसे में पर्यावरण में कम कार्बन का उत्सर्जन हो रहा है और डीजल की खपत भी कम हो रही है।

Updated On 21 Jan 2023 9:36 AM GMT
admin

admin

Next Story