वाराणसी। डेनमार्क सरकार वाराणसी में गंगा की सफाई के लिए स्मार्ट रिवर लेबोरेटरी बनाएगी। इसी क्रम में लखनऊ में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) में गंगा और उसकी सहायक नदी…

वाराणसी। डेनमार्क सरकार वाराणसी में गंगा की सफाई के लिए स्मार्ट रिवर लेबोरेटरी बनाएगी। इसी क्रम में लखनऊ में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) में गंगा और उसकी सहायक नदी वरुणा की सफाई को लेकर डेनमार्क और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच 1 हजार करोड़ का MOU साइन किया गया है। वृंदावन योजना में आयोजित GIS-23 के दौरान डेनमार्क पार्टनर सत्र में डेनमार्क के मंत्री डैन जोर्जेंसन और यूपी के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के बीच समझौते पर हस्ताक्षर हुआ।

इस अवसर पर डेनमार्क के वैश्विक जलवायु नीति के मंत्री डैन जोर्जेंसन ने भारत-डेनमार्क हरित रणनीतिक साझेदारी के बारे में बोलते हुए कहा कि यह साझेदारी 5S स्केल, स्किल्स, स्पीड, स्कोप और सस्टेनेबिलिटी के आधार पर दिशा तय करती है। यहीं नहीं, हम लोग डायबिटीज को पूरी तरह खत्म करना चाहते हैं और उसके लिए पूरी तरह से डटे हुए हैं।

भारत विश्व की सबसे बड़ी ताकत के रूप में उभर रहा है। वहीं, यूपी भारत की शक्ति बन चुका है। यही नहीं, हम लोग CM योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं।

यूपी के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि गंगा की सहायक नदियां विशेष रुप से वाराणसी में वरुणा नदी के कायाकल्प का प्रोजेक्ट निश्चित रुप से वहां के लोगों को नया जीवन देगा। सरकार लगातार नदियों के पानी को साफ करने के साथ-साथ जल जीवन मिशन के माध्यम से हर घर जल पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है। डेनमार्क के प्रधानमंत्री ने भी भारत के जल जीवन मिशन को लेकर किए जा रहे प्रयासों की सराहना की थी।

उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत डेनमार्क के साथ मिलकर ग्रीन पार्टनरशिप के माध्यम से पर्यावरण को बचाने के लगातार काम कर रहा है। एनर्जी, फूड, सॉफ्टवेयर जैसे क्षेत्रों में डेनमार्क भारत में काम करते रहे हैं। भारत और डेनमार्क के बीच रिश्ते कई दशक पुराने हैं। कोविड के दौरान भी दोनों सरकारों के बीच सकारात्मक सहयोग बना रहा है।

Updated On 11 Feb 2023 12:08 AM GMT
Ankita Yaduvanshi

Ankita Yaduvanshi

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