उत्तर प्रदेश के किसानों का माफ़ होगा 190 करोड़ रुपए का कर्ज, मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने वाराणसी में की घोषणा
वाराणसी। किसानों की आय बढ़ाने की गारंटी के वादे के साथ दुबारा सत्ता में आयी केंद्र और प्रदेश सरकार नित्य नए फैसले कर रही है। इसी क्रम में काशी हिंदू…

वाराणसी। किसानों की आय बढ़ाने की गारंटी के वादे के साथ दुबारा सत्ता में आयी केंद्र और प्रदेश सरकार नित्य नए फैसले कर रही है। इसी क्रम में काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में 'सुफलाम' इंटरनेशनल कांफ्रेंस की शनिवार को शुरुआत हुई, जिसके उद्घाटन सत्र में ही किसानों के लिए कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने खुशखबरी सुना दी। उन्होंने घोषणा की कि प्रदेश सरकार प्रदेश के कुल 33408 किसानों का 190 करोड़ रुपए कर्ज माफ करेगी।

उक्त जानकारी उन्होंने मीडिया से बातचीत में दी। 'कहा कि 5 साल पहले जिन किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ था, इस बार उन्हें इसमें शामिल किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा 19 जिलों के 33 हजार किसानों का 190 करोड़ रुपए कर्ज माफ किया जा रहा है।'
उन्होंने आगे कहा कि 'साल 2017 में सीएम योगी की सरकार बनने के बाद कैबिनेट में किसानों की कर्जमाफी का फैसला लिया गया था। इसी के तहत यूपी के लाखों किसानों का कर्ज माफ किया गया था। उस दौरान जो भी किसान किसी कारण के चलते छूट गए थे। अब उन भी 190 करोड़ रुपए का कर्जमाफ किया जाएगा। योगी सरकार ने इस बारे में गजट भी जारी कर दिया है।'

बता दें कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में शनिवार को 'सुफलाम' इंटरनेशनल कांफ्रेंस की शुरुआत हुई। तीन दिन के इस सम्मेलन और प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने किया।
देश भर के कृषि वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए मंत्री शाही ने BHU के स्वतंत्रता भवन सभागार के सीनेट हॉल में कहा कि यूपी में खेती-बाड़ी काफी चैलेंजिंग हो गई है। जीवन का अस्तित्व पांच तत्वों क्षिति, जल, पावक, गगन, समीरा से ही है।
आज जलवायु परिवर्तन की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान धरती और जल का ही हुआ है। क्रॉप पैटर्न में हमने धान, गेहूं और गन्ना अपना लिया। ये सबसे ज्यादा पानी साेखने वाले फसल हैं। 10-15 साल से लगातार हम इन फसलों को लगा रहे हैं। इसकी वजह से धरती का जलस्तर घट गया।
बता दें कि इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी वाराणसी पहुँच रहे हैं।
