उत्तर प्रदेश के विकास का मंथन : प्रधानमंत्री ने किया UP ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-23 का उद्घाटन, बोले- अब प्रदेश बन गया है वेल्थ क्रिएटर
लखनऊ/वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-23 का शुक्रवार को लखनऊ में उद्घाटन किया। इस दौरान सैंकड़ों की संख्या में उद्योगपति मौजूद रहे। उपस्थित उद्योगपतियों को संपाबोधित करते…
![Prime Minister inaugurated UP Global Investors Summit-23 Prime Minister inaugurated UP Global Investors Summit-23](http://varanasitoday.com/wp-content/uploads/2023/02/Prime-Minister-inaugurated-UP-Global-Investors-Summit-23.jpg)
लखनऊ/वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-23 का शुक्रवार को लखनऊ में उद्घाटन किया। इस दौरान सैंकड़ों की संख्या में उद्योगपति मौजूद रहे। उपस्थित उद्योगपतियों को संपाबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की धरती गौरव शाली इतिहास, सांस्कृतिक वैभव समेटे हुए है। पहले प्रदेश की पहचान बीमारू राज्य, घोटाला राज्य तथा खराब कानून व्यवस्था के लिए जाना जाता था पर प्रदेश ने पिछले 6 साल में ही अपनी पहचान वेल्थ क्रिएटर के रूप में, मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर, के रूप में पहचान बनाई है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश जल्द ही 5 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए जाना जाएगा। यूपी में इज ऑफ ड्रइंग में काफी सुधार हुआ है। युवा आज मजबूत विकास के पक्षधर हैं तथा भारत को जल्द विकसित होना देखना चाहता है। भारत के ग्रोथ को ड्राइव को उत्तर प्रदेश मजबूत नेतृत्व दे रहा है। दुनिया के बड़े देशों से ज्यादे लोग उत्तर प्रदेश में हैं यह प्रदेश की मजबूती का बड़ा कारण है। समाज बहुत समावेशी हो चुका है तथा सरकारी प्रक्रियाएं भी बहुत सरल हो रही हैं। भारत दर्जनों पुराने कानूनों को खत्म कर चुका है ताकि अनावश्यक रूप से होने वाली परेशानियों को खत्म किया जा सके।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बजट में भी इन्फ्रास्ट्रक्चर पर रिकार्ड खर्च की बात की गयी है। ग्रीन ग्रोथ में सभी निवेशकों को आमंत्रित करते हुए उन्होंने लोगों का ध्यान बजट में ऊर्जा उत्पादन को आवंटित 35000 करोड़ रुपये की तरफ भी दिलाया। भदोही की कालीन की विश्व में मांग तथा मोबाइल कंपोनेंट की सबसे ज्यादे मैन्युफैक्चरिंग उत्तर प्रदेश में हो रही। प्रदेश में रक्षा उत्पादों का उत्पादन भी बड़े स्तर पर प्रदेश में हो रहा। प्रदेश में डेरी, खाद्य प्रसंस्करण, आदि में बहुत सम्भावनाएं हैं।
उन्होंने बताया कि सरकार का ध्यान है कि छोटे इनवेस्टर्स एग्री इंफ्राफंड का उपयोग बड़े स्तर पर करें। उन्होंने मोटे अनाज की विशेषता पर बात रखते हुए श्रीअन्न की बात कही। प्रदेश में 16 लाख युवाओं को स्किल मिशन के तहत ट्रेनिंग प्रदान की गयी है। अन्त में उन्होंने कहा कि यह निवेश सबके लिए शुभ हो, मंगल हो यही मेरी कामना है। भारत विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है और आगे कुछ दशकों तक यह बढ़ोत्तरी जारी रहेगी।
वाराणसी में भी शुरू हुआ जनपद स्तरीय निवेश कुम्भ
इस दौरान वाराणसी में भी जनपद स्तरीय निवेश कुम्भ का शुभारम्भ हुआ। लखनऊ में हो रहे UP ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-23 के उद्घाटन का लाइव प्रसारण वाराणसी के आयुक्त ऑडिटोरियम में आयोजित 'जनपद स्तरीय निवेश कुंभ में किया गया। सरकारी आंकड़ों की बात करें तो जनपद में अभी तक 22 विभागों के 434 एमओयू हस्ताक्षरित हो चुके हैं, जिसमें निहित पूंजी निवेश रुपये 13621.91 करोड़ है, जिसमें से एमएसएमई विभाग में 212 निवेशकों ने रूपये 5403.74 करोड़ का पूंजी निवेश प्रस्ताव उपलब्ध कराया है।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन, आयुक्त कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, उपाध्यक्ष, वाराणसी विकास प्राधिकरण अभिषेक गोयल, उमेश कुमार सिंह संयुक्त आयुक्त उद्योग, वाराणसी मण्डल एवं मोहन कुमार शर्मा उपायुक्त उद्योग के अलावा औद्योगिक/व्यापारिक/निर्यातक/टूरिज्म/रियल इस्टेट संगठनों के पदाधिकारीगण एवं निवेशकों, समस्त सम्बन्धित विभागों के लोग उपस्थित रहे।जनपद के प्रमुख उद्यमीगण राजेश भाटिया, राष्ट्रीय सचिव, आईआईए नीरज पारिख, महामंत्री, आईआईए एवं लघु उद्योग भारती के प्रतिनिधि, महाविद्यालयों के स्नातक एवं परास्नातक के लगभग 150 छात्र छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।
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