वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसम्बर को पश्चिम बंगाल के भारतीय नौसेना के मुख्यालय आईएनएस नेताजी सुभाष में राष्ट्रीय गंगा परिषद की दूसरी बैठक की अध्यक्षता करेंगे। यह हुगली नदी…

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसम्बर को पश्चिम बंगाल के भारतीय नौसेना के मुख्यालय आईएनएस नेताजी सुभाष में राष्ट्रीय गंगा परिषद की दूसरी बैठक की अध्यक्षता करेंगे। यह हुगली नदी के तट पर स्थित है। नमामि गंगे प्रोजेक्ट की इस बैठक में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार के साथ-साथ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी हिस्सा लेंगी। पीएम इस दिन पश्चिम बंगाल में एसटीपी और सीवरेज नेटवर्क के निर्माण से संबंधित 5 नई नमामि गंगे परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे, जो मां गंगा को पश्चिम बंगाल में निर्मल और अविरल रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

इस संबंध में नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने बताया कि मां गंगा में प्रदूषण उन्मूलन और जैव विविधता रेस्टोरेशन के लिए किए गए अभूतपूर्व प्रयासों के परिणामस्वरूप पारिस्थितिकी तंत्र में ऐतिहासिक सुधार हुआ है।उन्होंने बाताया कि 29 साल बनाम 8 साल का यदि अवलोकन करें तो सन 2014 में मात्र 600 एमएलडी एसटीपी हुआ करते थे आज इनकी संख्या 6000 एमएलडी शोधन क्षमता तक पहुंच रही है। गांगेय डॉल्फ़िन की बढ़ती संख्या प्राकृतिक संकेतकों में से एक है, जो यह स्थापित करती है कि हम निर्मल एवं अविरल गंगा की दिशा में सही रास्ते पर हैं।

उन्होंने आगे कहा कि पिछले 8 वर्षों में माँ गंगा की सेवा में जिस फोकस, इनोवेशन, प्रयास और गति से प्रदूषण उन्मूलन के लिए बुनियादी ढाँचे का विकास किया गया है और इसके जो परिणाम मिले हैं उस कारण से संयुक्त राष्ट्र ने नमामि गंगे को दुनिया के पहले 10 रिस्टोरेशन फ्लैगशिप के रूप में मान्यता दी है। हम पूरी काशी की ओर से शुभकामनाएं प्रेषित करते हैं।

शुभकामनाएं प्रेषित करने वालों में प्रमुख रूप से नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला , शिवदत्त द्विवेदी, बीना गुप्ता सारिका गुप्ता , सीमा चौधरी, पुष्पलता वर्मा , विकास तिवारी, प्रीति जायसवाल, पूजा मौर्या, सुषमा जायसवाल, कंचन मिश्रा प्रेरणा श्रीवास्तव, पंकज अग्रहरि आदि शामिल रहे।

Updated On 29 Dec 2022 5:15 AM GMT
Ankita Yaduvanshi

Ankita Yaduvanshi

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