Farmer Protest : किसान आंदोलन को लेकर अखिलेश यादव का बीजेपी पर निशाना, कहा- सरकार जानबूझकर..
किसान आंदोलन को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। सपा प्रमुख अखिलेश ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, "जो कुछ हो रहा है और जिस प्रकार की खबरें आ रही हैं कि आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं। किसानों को रोकने के लिए और आंदोलन खत्म करने के लिए कीलों के साथ-साथ दीवारें तक खड़ी की गई। प्रशासन के माध्यम से सरकार जो कर सकती थी कर रही है।
उन्होंने आगे कहा, दिल्ली की सरकार किसानों की आवाज को दबाना चाहती है। ये वही सरकार के लोग हैं जिन्होंने किसानों से कहा कि उनकी आय दोगुनी हो जाएगी, फसल की कीमत मिलेगी, MSP लागू करेंगे।"
अखिलेश यादव ने कहा, कुछ वर्षो पहले हमने और आपने देखा किसान आकर धरने पर बैठ गए। आठ सौ से ज्यादा किसानों की आत्महत्या हुई, या हत्या हो गई या किसी कि जान चली गई, लेकिन उसके बावजूद भी सरकार किसानों को एमएसपी देने के लिए तैयार नहीं है। तो जो सरकार किसानों के नाम पर वोट लेना चाहती हो, जो सरकार स्वामीनाथन जी को भारत रत्न दे रही हो, जो सरकार किसानों के नेता चौधरी चरण सिंह जी को भारत सम्मान दे रही हो, आखिरकार वो किसान को एमसएसपी क्यों नहीं दे रही है।
उन्होंने आगे कहा, या तो सरकार किसानों को एमएसपी देना नहीं चाहती, या फिर बड़े लोगों से और जो लोग मुनाफा कमाना चाहते है उनसे मिली हुई है।
दिल्ली कूच कर रहे किसान
बता दें, पंजाब, हरियाणा के किसान 'दिल्ली चलो 2.0' के नारे के साथ एक बार फिर राष्ट्रीय राजधानी की ओर कूच कर चुके हैं। दिल्ली पुलिस ने सभी बॉर्डर सील कर दिए हैं। सरकार और किसानों के बीच लंबी बातचीत चली, लेकिन नतीजा बेअसर निकला और किसान ट्रैक्टर और ट्राली के साथ दिल्ली पहुंच रहे हैं।
इस बार 'दिल्ली चलो' मोर्चे का नेतृत्व किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के बैनल तले 250 किसान संघों के जरिए किया जा रहा है। भारतीय किसान यूनियन (BKU) फार्म यूनियन भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल है। इस यूनियन के नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल हैं।
किसान मजदूर मोर्चा भी प्रदर्शन में शामिल
किसान मजदूर मोर्चा भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हैं। इस संगठन में 18 किसान समूह हैं। पंजाब स्थित किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेता सरवन सिंह पंढेर इस संगठन के नेता हैं। यह संगठन साल 2020 में विरोध प्रदर्शन का हिस्सा नहीं था।