Varanasi: सीवर की सफाई के दौरान सफाईकर्मी की मौत पर अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार को घेरा, कहा- दिखावटी मजिस्ट्रियल जांच...
वाराणसी में राजघाट तिराहा के पास एक सफाईकर्मी की मैनहोल सफाई के दौरान शुक्रवार को मौत हो गई। सफाईकर्मी बिना सुरक्षा उपकरण के मैनहोल में उतरा था। वह जल निगम के लिए ठेके पर सफाई का काम करता था। वहीं सफाईकर्मी की मौत को लेकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया है।
अखिलेश यादव ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, देश के प्रधान संसदीय क्षेत्र में एक सफ़ाईकर्मी की मैनहोल में मौत होना बेहद दुखद समाचार है। ‘स्मार्ट सिटी’ बस नाम की नहीं, काम की भी होनी चाहिए। जो मशीनें सीवर की सफ़ाई के लिए खरीद कर बिना रखरखाव के बरबाद खड़ी है अगर उनका सही इस्तेमाल तो किसी की जान बचाई जा सकती थी।
जनता भाजपा सरकार से पूछ रही है, अब जो दिखावटी मजिस्ट्रियल जाँच करवायी जा रही है, क्या वो किसी का जीवन लौटा सकती है? इसके लिए ज़िम्मेदार लोगों को निलंबित कर दंडात्मक कार्रवाई हो और मृतक के परिजनों को सम्मानपूर्वक जीवापन को लिए यथोचित मुआवज़ा दिया जाए।
बता दें कि, राजघाट तिराहे के समीप मैनहोल चोक हो गया था। उसकी सफाई के लिए सफाईकर्मियों के साथ ठेकेदार मौके पर पहुंचा था। मैनहोल का ढक्कन खोलने के बाद मच्छोदरी निवासी घूरेलाल (50) रस्सी के सहारे लगभग 15 फीट नीचे उतरा। लगभग 10 से 12 मिनट बाद अंदर से कोई आवाज नहीं आने पर बाहर खड़ा घूरेलाल का साथी मैनहोल में अंदर उतरा तो उसका दम घुटने लगा और वह शोर मचाते हुए बाहर निकल आया। इसके साथ ही मौके से अन्य सफाईकर्मी और ठेकेदार चले गए।
स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस पहुंची और एनडीआरएफ के जवानों को बुलाया गया। एनडीआरएफ के जवान ऑक्सीजन सिलिंडर के साथ मैनहोल में उतरे और लगभग आधा घंटे की मशक्कत के बाद घूरेलाल को बाहर निकाला गया। मंडलीय अस्पताल ले जाए जाने पर घूरेलाल को मृत घोषित कर दिया गया। इस संबंध में आदमपुर इंस्पेक्टर वीरेंद्र सोनकर ने बताया कि पुलिस पहुंची तो मौके पर कोई नहीं था। शव को मैनहोल से बाहर निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है।