वाराणसी। स्वच्छता को जन आंदोलन की राह दिखाने वाले अस्सी घाट पर मंगलवार को नमामि गंगे ने स्वच्छता की अलख जगाई। स्वच्छ भारत अभियान के तहत अस्सी घाट की सफाई…

वाराणसी। स्वच्छता को जन आंदोलन की राह दिखाने वाले अस्सी घाट पर मंगलवार को नमामि गंगे ने स्वच्छता की अलख जगाई। स्वच्छ भारत अभियान के तहत अस्सी घाट की सफाई की गई। गंगा किनारे और घाट की सीढ़ियों पर इधर-उधर बिखरे कूड़े-कचरे को कूड़ेदान तक पहुंचाया गया। डेनमार्क के पर्यटकों ने भी नमामि गंगे टीम के साथ 'स्वच्छ गंगा-निर्मल गंगा' और 'सबका साथ हो गंगा साफ हो' का संदेश दिया गया।

इस दौरान 'गंदगी है तो बीमारी है, सफाई है तो स्वास्थ्य है' के नारों संग लाउडस्पीकर से गंगा घाटों के आसपास स्वच्छता के लिए लोगों को जागरूक किया गया। साथ ही स्वच्छता की सोच को संस्कार में शामिल करने की अपील की गई। संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि पीएम मोदी ने अस्सी घाट पर गंगा के किनारे साफ-सफाई कर देश-दुनिया को स्वच्छता का संदेश दिया है। पीएम मोदी द्वारा पेश की गई स्वच्छता की मिसाल को हमें आगे बढ़ाना है‌। स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत के आह्वान को साकार करना है।

हमारा कर्तव्य है कि गंदगी को दूर करके भारत माता की सेवा करें। डेनमार्क के पर्यटकों ने कहा कि भारत और डेनमार्क मिलकर नमामि गंगे परियोजना के माध्यम से गंगा निर्मलीकरण के सहयोगी हैं।

आयोजन में प्रमुख रूप से काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, महानगर सहसंयोजक बीना गुप्ता, महानगर सहसंयोजक सीमा चौधरी, महानगर प्रभारी पुष्पलता वर्मा व डेनमार्क के पर्यटक मौजूद रहे।

Updated On 21 Feb 2023 4:31 AM GMT
Ankita Yaduvanshi

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