वाराणसी। चीन समेत कई देशों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार अलर्ट है। इसी क्रम में वाराणसी में बने कोविड-19 चिकित्सालयों में किये गए आवश्यक प्रबंध…

वाराणसी। चीन समेत कई देशों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार अलर्ट है। इसी क्रम में वाराणसी में बने कोविड-19 चिकित्सालयों में किये गए आवश्यक प्रबंध को परखने के लिए मंगलवार को मॉकड्रिल की जायेगी। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा व जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने समस्त कोविड चिकित्सालयों को निर्देश दिया है कि कोविड उपचार व प्रबंधन संबंधी सभी व्यवस्थाएं ठीक तरह से जांच ली जाएं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि कोविड-19 के प्रबंधन को लेकर हर जरूरी तैयारियों के बारे में शासन से दिशा-निर्देश प्राप्त हुये हैं। इसके तहत जनपद में कोविड संक्रमण के प्रबंधन की तैयारियों का प्रयोगात्मक विश्लेषण एवं मॉकड्रिल के दौरान पायी गयी कमियों को चिन्हित कर उनका निराकरण किया जायेगा।
यह मॉकड्रिल मंगलवार को जनपद के 11 चिकित्सा इकाइयों पर होगी जिसमें डीडीयू चिकित्सालय पांडेयपुर, सीएचसी चोलापुर, सीएचसी अराजीलाइन, सीएचसी नरपतपुर, सीएचसी गंगापुर, सर सुंदरलाल चिकित्सालय बीएचयू, ट्रॉमा सेंटर बीएचयू, ईएसआईसी चिकित्सालय, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल लहरतारा, सेंट्रल हॉस्पिटल बीएलडबल्यू और हेरिटेज इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस भदवर शामिल हैं । कमियों को चिन्हित कर उनका निराकरण किया जायेगा।
जनपद की सभी चिन्हित कोविड प्रबंधन इकाइयों के रोस्टर में सूचीबद्ध सभी चिकित्सक व पैरा मेडिकल स्टाफपूर्वाभ्यास में प्रतिभाग करेंगे। कोविड प्रबंधन के बारे में जनपद स्तर से अथवा चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित ऑनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले चिकित्सकों, पैरा मेडिकल व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को इस पूर्वाभ्यास में अनिवार्य रूप से सम्मिलित किया जायेगा। ड्यूटी रोस्टर में नामित वार्डब्वाय व सफाई कर्मी, एम्बुलेन्स चालक, चिकित्सा इकाइयों पर तैनात फार्मासिस्ट व लैब टेक्नीशियन भी प्रतिभाग करेंगे।
सीएमओ ने बताया कि प्रत्येक चिन्हित ब्लॉक में एक-एक अपर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा रिहर्सल का पर्यवेक्षण किया जायेगा। समस्त नोडल अधिकारी व पर्यवेक्षकों द्वारा पूर्वाभ्यास में सम्पादित गतिविधियों की सूचना निर्धारित चेकलिस्ट पर चिकित्सीय इकाई-वार संकलित कर जिला सर्विलांस इकाई को उसी शाम छहबजे तक उपलब्ध कराएंगे, जिसका उत्तरदायित्व जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ एसएस कनौजिया का होगा।
इन बिन्दुओं पर रहेगा फोकस
- ऑक्सीजन प्लान्ट तथा ऑक्सीज़न कन्संट्रेटर की क्रियाशीलता
- वेंटिलेटर्स की उपलब्धता व क्रियाशीलता
- आवश्यक लॉंजिस्टिक (औषधियों, आईवी फ्लूइड व अन्य उपकरण) की उपलब्धता
- मानव संसाधन की उपलब्धता
- अबाध विद्युत आपूर्ति
