वाराणसी। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान गुरुवार को वाराणसी पहुंचे। एयरपोर्ट से सर्किट हाउस पहुंचे राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। यहाँ मीडिया से बातचीत में उन्होंने रामचरितमानस…

वाराणसी। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान गुरुवार को वाराणसी पहुंचे। एयरपोर्ट से सर्किट हाउस पहुंचे राज्यपाल को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। यहाँ मीडिया से बातचीत में उन्होंने रामचरितमानस विवाद पर बिना कुछ कहे मीडिया की जवाबदेही तय कर दी। इस विवाद के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि अगर मीडिया का योगदान हो तो कोई विवाद बनेगा ही नहीं।

उन्होंने कहा कि हम उन्हीं चीजों को ज्यादा तवज्जो देते हैँ जिससे विवाद होता है। मतभेद होना लोकतंत्र का लाजमी हिस्सा और एक ही चीज को लेकर व्यक्तियों कि सोच में अंतर हो सकता है क्योकि हर किसी का अपना अलग नजरिया होता है।

केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि व्यवहार में जरा सा परिवर्तन कर ले तो विवाद ही ना बने। मतभेद तो लोकतंत्र का लाजमी हिस्सा है। हर किसी को अपनी बात कहने का हक है। मै तो कहता हू कि जाकी जिसकी भावना वैसी प्रभु की मूरत होए। आज भारत को नई दिशा दिखाने के लिए दुनिया में संस्कृति नस्ल, भाषा, रंग-रूप से बांटी जाती है। हमारे ऋषि मुनियों ने इन्हें नहीं, बल्कि आत्मा को आधार बनाया था। इस संस्कृति में रावण के विरोध में उसके दुष्ट व्यवहार के लिए लड़ाई होती है। दुनियाभर के लोगों ने हिन्दू संस्कृति को विचार की तरह नहीं लेते हुए जरूरत के आधार पर लिया है।

इस्लामिक धार्मिक फतवे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह सभी आज नहीं आए थे जब आए थे तब आए थे और आज किसी को यह भी नहीं पता होगा कि किसने पत्र जारी किए और इन सब चीजों कर व्यक्ति को नॉर्मल तरीके से लेना चाहिए और इसे अहमियत नहीं देना चाहिए।

Updated On 9 Feb 2023 6:52 AM GMT
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