वाराणसी। धर्म और आध्यात्म की राजधानी काशी में एक बार फिर भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर विदेशी जोड़े ने हिन्दू रीती रिवाज से शादी करके एक दूजे के हो गए।…

वाराणसी। धर्म और आध्यात्म की राजधानी काशी में एक बार फिर भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर विदेशी जोड़े ने हिन्दू रीती रिवाज से शादी करके एक दूजे के हो गए। सारनाथ स्थित सारंगनाथ मंदिर में कोलबिंया के ईवान और डेनियला ने पुरे रश्म रिवाज के साथ शादी की। सात फेरे लेने के बाद बेहद खुश दिख रहे नव दम्पति ने बताया कि यह हमारा सौभाग्य है कि हमारी शादी भारतीय परम्परा के अनुसार हुई है। इंडिया इज ग्रेट कंट्री - हर हर महादेव

भारतीय संस्कृति से प्रभावित डेनियला ने कहा कि हम लोग वाराणसी घूमने आये थे, इसी दौरान हमें पता चला कि यहां होने वाली शादियां सात जन्मों तक का रिश्ता बांध देती हैं। जबकि हमारे यहां होने वाली शादियां बहुत जल्द ही टूट जाती हैं। मैं ईवान से बहुत प्यार करती हूं और उससे कभी अलग नहीं होना चाहती, इसलिए हमने हिन्दू रीति रिवाज से शादी करने का फैसला लिया।

कोलंबिया के रहने वाले ईवान और डेनियला अपने फ्रेंड्स के साथ मंदिर पहुंचे। उन्होंने हिंदू रीति-रिवाज से शादी करने की इच्छा जाहिर की। इसके बाद अयोध्या के आदित्य ने शादी की तैयारियां की। जबकि कृष्णकांत त्रिपाठी ने मंत्रों का पाठ कर शादी कराई।

Updated On 2 March 2023 12:49 PM GMT
Anurag

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