वाराणसी। रोहनिया थानक्षेत्र के दरेखू गांव में गुरुवार की सुबह दर्दनाक हादसा हो गया, जब एक ही परिवार के चार सदस्य अचेत मिले। ग्रामीणों ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया जहां…

वाराणसी। रोहनिया थानक्षेत्र के दरेखू गांव में गुरुवार की सुबह दर्दनाक हादसा हो गया, जब एक ही परिवार के चार सदस्य अचेत मिले। ग्रामीणों ने तुरंत उन्हें अस्पताल पहुंचाया जहां एक बच्चे को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सभी घर में एक कमरे के अंदर कोयले की अंगीठी जलाकर सोए थे। फिलहाल मौके पर पहुंची घटना की जांच कर रही है। गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिस परिवार के साथ ये हादसा हुआ वो दरेखू गांव मे किराये के कमरे में रहता था। उसके रिश्तेदारों को सूचना दे दी गई है। मकान मालिक के अनुसार परिवार का मुखिया राहुल वाहन चालक है। उसके एक बच्चे की तबीयत खराब थी। बुधवार रात राहुल, पत्नी रिंकी और पांच साल के अनुज मृतक ढाई साल के डुग्गु के साथ उसी कमरे में सोए थे। ठंड से बचने के लिए लोहे के कढ़ाई में कोयला और लकड़ी जलाया गया था।

सम्भवता इसी अंगीठी के धुंए से पूरे परिवार का दम घुट गया और एक बच्चा हमेशा के लिए मौत की नींद सो गया। बता दें कि इससे पहले एक जनवरी को काशी स्टेशन पर तैनात रेलकर्मी, उनकी पत्नी और ढाई साल का बच्चा मृत हाल में मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पचा चला कि दम घुटने से तीनों की मौत हुई थी। वो भी रात में अंगीठी जलाकर सोए थे।

Updated On 5 Jan 2023 1:16 AM GMT
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