वाराणसी। नेपाली संस्कृति परिषद समिति की ओर से शनिवार को पटेल धर्मशाला में तीन दिवसीय काशी नेपाल संगम के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आगाज हुआ। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक…

वाराणसी। नेपाली संस्कृति परिषद समिति की ओर से शनिवार को पटेल धर्मशाला में तीन दिवसीय काशी नेपाल संगम के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आगाज हुआ। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के इंद्रेश कुमार शामिल हुए। इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि भारत और नेपाल का डीएनए एक ही है। आज जो साम्राज्यवादी ताकतें देश की सीमाओं पर अतिक्रमण करने का प्रयास कर रही हैं इसके लिए जरूरी है कि भारत और नेपाल एक साथ एक मंच पर आएं। तभी हम चीन का मुंहतोड़ जवाब दे पाएंगे। भारत और नेपाल को जोड़ने और अखंड भारत की संकल्पना के साथ जय सिंधु, जय हिंदू का जयघोष किया तो पूरा पंडाल गूंज उठा।

उन्होंने आगे कहा कि जिस इंग्लैंड ने भारत पर कई साल तक राज किया, आज उसी इंग्लैंड पर एक सनातनधर्मी राज कर रहा है। यह सनातन धर्म की शक्ति है कि आज भारत इंग्लैंड को राज करना सिखा रहा है। हमने ना तो कोई गोली चलाई न ही तलवार और इंग्लैंड पर राज कर रहे हैं। सनातन धर्म ही सत्य है और सिंधु घाटी की सभ्यता सबसे अधिक प्राचीन है।

इंद्रेश कुमार ने सनातन धर्म में नारी के स्थान के महत्व को बताते हुए कहा कि हमारे धर्म में ही स्त्री पूजनीय हैं। माता के पूजन से हमारे लिए तो स्वर्ग के दरवाजे भी खुल जाते हैं। विशिष्ट अतिथि दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट ने कहा कि भारत और नेपाल के संबंध आने वाले समय में दोनों देशों के हित में है। चीन लगातार सीमाओं पर अतिक्रमण कर रहा है। भारत और नेपाल के संबंधों को प्रगाढ़ करना जरूरी है। काशी नेपाल संगम इसमें महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा।

इस अवसर पर सोनिया जैन, सुनील सिंह, राजन सिंह, सोनू चौधरी ने अतिथियों को सम्मानित किया। समिति के महासचिव राजन कुमार सिंह ने बताया कि काशी नेपाली संगम भारत और नेपाल के संबंधों को और प्रगाढ़ करेगा। तीन दिवसीय आयोजन के दूरगामी परिणाम देखने को मिलेंगे।

काशी नेपाल संगम में देश भर के 22 राज्य और नेपाल के सात राज्यों से छह सौ से अधिक प्रबुद्ध जन शामिल हो रहे हैं। शनिवार को बिहार, छत्तीसगढ़, असम, ओडिसा, झारखंड सहित नेपाल के राज्यों से प्रतिनिधियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। रविवार को भारत में नेपाल के राजदूत डॉ. शंकर प्रसाद शर्मा भव्य सांस्कृतिक महोत्सव के मुख्य अतिथि होंगे।

Updated On 25 Dec 2022 1:20 AM GMT
admin

admin

Next Story