काठमांडू, 16 मार्च (हि.स.)। चीन नेपाल पर बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) थोपने की कोशिश कर रहा है। चीन ने घोषणा की है कि नेपाल में बीआरआई परियोजना शुरू हो चुकी है लेकिन नेपाल सरकार ने अभी तक इसे स्वीकार नहीं किया है।

गुरुवार को नेपाल में चीन के राजदूत छान सोंग ने काठमांडू में आयोजित एक कार्यक्रम में दावा किया कि बीआरआई पूरी तरह से खुला, समावेशी और पारदर्शी है। उन्होंने कहा कि अब हम बीआरआई में उच्च स्तरीय सहयोग को आगे बढ़ाएंगे। बीआरआई कोई भू-राजनीतिक उपकरण नहीं है।

नेपाल ने वर्ष 2017 में तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के नेतृत्व में बीआरआई दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए थे। हालांकि, बीआरआई परियोजना आगे नहीं बढ़ी। नेपाल ने एक स्टैंड ले ली है कि वह केवल अनुदान ले सकता है लेकिन बीआरआई ऋण नहीं।

चीन ने दावा किया कि बीआरआई परियोजना नेपाल में आगे बढ़ी है। वह कहते रहे हैं कि पोखरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बीआरआई के तहत एक परियोजना है।

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मंगलवार को नेपाल के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामचंद्र पौडयाल को बधाई देते हुए बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) का मुद्दा उठाया था। दोनों पक्षों से मानवीय आदान-प्रदान और सहयोग के क्षेत्र का विस्तार करते हुए उच्च स्तरीय वाली बेल्ट एंड रोड के निर्माण के साथ आगे बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में चीन नेपाल पर बीआरआई प्रोजेक्ट थोपने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, नेपाल चीन के बीआरआई प्रोजेक्ट के तहत कर्ज लेने के पक्ष में नहीं है।

हिन्दुस्थान समाचार / दीपेश

Updated On 22 March 2023 12:13 PM GMT
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