कीव, 19 मार्च (हि.स.)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल की यात्रा की। पुतिन की मारियुपोल की यह पहली यात्रा है, जिस पर मॉस्को ने सितंबर में गैरकानूनी तरीके से कब्जा कर लिया था।

रूस के राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने बताया कि पुतिन क्रीमिया के दौरे के बाद शनिवार को मारियुपोल पहुंचे। पुतिन यूक्रेन से क्रीमिया के रूस में विलय की नौवीं वर्षगांठ के मौके पर काला सागर प्रायद्वीप भी गए।

मारियुपोल दुनियाभर में प्रतिरोध का एक प्रतीक बन गया था, जहां यूक्रेनी सेना के कई जवान करीब तीन महीने तक इस्पात संयंत्र में डटे रहे थे लेकिन आखिरकार मॉस्को ने इस पर कब्जा कर लिया था।

दो दिन पहले युद्ध अपराधों के आरोपों पर एक अदालत द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किए जाने के बाद मारियुपोल के दौरे पर गए पुतिन ने स्थानीय लोगों से बातचीत की और क्रीमिया में कला विद्यालय तथा बच्चों के केंद्र का दौरा किया।

पुतिन ने गिरफ्तारी वारंट पर टिप्पणी नहीं की है। इस वारंट से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रूस और अलग-थलग पड़ता जाएगा। क्रेमलिन ने अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत (आईसीसी) के फैसले को अवैध और अमान्य बताकर खारिज कर दिया है।

पुतिन की यह यात्रा ऐसे वक्त हुई है जब चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग इस सप्ताह मॉस्को का दौरा करने वाले हैं जिससे पश्चिमी देशों से टकराव के बीच पुतिन को महत्वपूर्ण कूटनीतिक बढ़त मिलने की संभावना है।

रोसिया 24 चैनल द्वारा रविवार को प्रसारित फुटेज में पुतिन हाल में निर्मित आवासीय परिसर के बाहर स्थानीय लोगों से बातचीत करते दिखे। पुतिन हेलीकॉप्टर से मारियुपोल पहुंचे और फिर कार से कंसर्ट हॉल तथा तटीय क्षेत्र तक गए।

पेसकोव ने बताया कि मारियुपोल की यात्रा के बाद पुतिन ने रोस्तोव-ऑन-डॉन में कमान पोस्ट पर तैनात रूसी सैन्य अधिकारियों और जवानों से मुलाकात की। पेसकोव ने संवाददाताओं से कहा कि दौरे की घोषणा नहीं की गई और पुतिन सामान्य रूप से कमान के अभियान का निरीक्षण करना चाहते थे।

रूस के उप प्रधानमंत्री मरात खुसनुलिन ने रविवार को सरकारी रिया समाचार एजेंसी से कहा कि साल के अंत तक शहर का पुनर्निर्माण पूरा हो जाएगा। जब उन्होंने देखा कि पुनर्निर्माण कार्य किया जा रहा है, तो लोग लौटने लगे।

मॉस्को ने पिछले साल मई में मारियुपोल पर पूरी तरह से नियंत्रण कर लिया था। यूक्रेन में रूसी सैनिकों के हमले की शुरुआत के दो सप्ताह के भीतर ही नौ मार्च को रूसी सैनकों ने प्रसूति अस्पताल पर बमबारी की थी जिससे शहर के लोगों की बदहाली पर ध्यान गया था। एक सप्ताह बाद एक थिएटर पर बमबारी में करीब 300 लोगों के मारे जाने की सूचना मिले थी जो वहां शरण लिए हुए थे।

पेसकोव ने रविवार को कहा कि मॉस्को आईसीसी के किसी भी फैसले को अवैध और अमान्य मानता है। आईसीसी द्वारा शुक्रवार को सुनाए गए फैसले का यूक्रेन ने स्वागत किया है लेकिन पुतिन पर मुकदमा चलाने के आसार बेहद कम हैं क्योंकि रूस अदालत के अधिकार को मान्यता नहीं देता।

इस बीच, यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि पिछले 24 घंटे में रूसी सेना की गोलाबारी में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और 19 अन्य घायल हो गए।

हिन्दुस्थान समाचार/ अजीत तिवारी

Updated On 22 March 2023 12:12 PM GMT
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