धर्म व आध्यात्म की नगरी काशी में देव दीपावली का पर्व को बड़े ही भव्यता से मनाया जाता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाए जाने वाले इस पर्व का सनातन धर्म में विशेष महत्व है। कहा जाता है कि इस दिन स्वर्गलोक से देवतागण खुद पृथ्वी लोक पर आकर दीपदान करते है। इस दिन काशी के सभी घाट दीपक की रोशनी से इसकदर जगमगा उठते हैं, मानो जैसै कि आसमान से सारे तारे उतरकर गंगा घाटों पर उतर आये हों। इस बार ये पर्व और भी खास होने वाला है क्योंकि आपको देव दीपावली पर श्रीराम मंदिर का भव्य दरबार सजाया जाएगा। कहीं घाट पर रंगोली तो कहीं दीप दिखेंगे।

देव दीपावली समितियां हर बार की तरह इस बार भी कुछ अलग और ख़ास करने की तैयारी में जुट गई हैं। बता दें कि 27 नवंबर को देव दीपावली के मौके पर अस्सी से नमोघाट तक, अर्द्धचंद्राकार गंगा के दोनों तटों पर 13.5 लाख दीपों से रोशनी जगमगायी जाएगी। वरुणा नदी के किनारे के घाटों पर भी धूमधाम से भरी देव दीपावली का आयोजन होगा।

शहर के सभी कुंड, पोखरे, सरोवर और चौराहे भी दीपों से सजाये जाएंगे। गढ़वा घाट देव दीपावली समिति के अध्यक्ष धिमिरे ने खुशी के साथ बताया कि श्रीरामलला मंदिर में विराजने का इंतजार हर काशीवासी को है और इसलिए इस बार देव दीपावली अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर को समर्पित होगी। ब्रह्मा घाट देव दीपावली समिति के सतीश सेठ व शंकर शाहू और प्रह्लाद घाट देव दीपावली समिति के अभिजीत भारद्वाज ने बताया कि इस बार घाट से लेकर गलियों तक को श्रीराम मंदिर के रूप में सजाया जाएगा।

जय माँ गंगा सेवा समिति के सदस्य श्रवण कुमार मिश्र ने कहा कि, "महादेव की नगर में इस बार देव दीपावली पर श्रीराम को समर्पित आरती होगी। इस बार घाट को आकर्षक रूप से दीयों की सजावज के साथ भागवान राम की रंगोली समर्पित किया जाएगा।"

दुर्गाघाट देव दीपावली समिति के संरक्षक नलिन मिश्र ने कहा कि, "अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण को उत्सव के रुप में मनाने का निर्णय लिया गया है। लोगों के सुझावों और को ध्यान में रखते हुए इस बार गलियों को राम मय अंदाज में सजाया जाएगा।"

10 लाख से ज़्यादा की भीड़ जुटने का अनुमान

इस बार काशी में देव दीपावली पर भीड़ के सभी रिकॉर्ड टूट जाएंगे। बता दें कि उम्मीद है कि लगभग 10 लाख से अधिक लोग इस अद्भुत उत्सव में भाग लेंगे। क़रीब एक महीने पहले ही 90% गंगा किनारे के होटल फुल हो गए हैं। टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल मेहता के अनुसार, देव दीपावली के लिए ज्यादातर लोग तीन दिन की बुकिंग कर रहे हैं। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के निर्माण के बाद काशी में पर्यटन में बड़ा बदलाव आया है, और इससे पर्यटकों की भीड़ में भी वृद्धि हुई है। देव दीपावली के लिए 25 से 28 नवंबर तक सभी होटल और लॉज बुक हो चुके हैं।

रेती पर जलेंगे साढ़े तीन लाख दीये

देव दीपावली पर गंगा के सभी घाटों की अद्भुत तरीक़े से सजावट होती है। इसके लिए पर्यटन विभाग तेल, दीया और बाती का इंतजाम करता है। उपनिदेशक पर्यटन आर. के रावत के अनुसार देव दीपावली पर गंगा घाटों पर 13 लाख दीये जलाए जाएंगे। वहीं साढ़े तीन लाख दीये गंगा उस पार रेती पर जगमगाएंगे। इसकी जिम्मेदारी बेसिक शिक्षा विभाग पर रहेगी। तैयारियां शुरू हो गई हैं।

Rishika Kukrety

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