बाबा विश्वनाथ को अन्न-धन की भिक्षा देने वाली मां अन्नपूर्णा अपने भक्तों पर पांच दिन कृपा बरसाएंगी।वाराणसी में माता अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन सिर्फ दीपावली के मौके पर ही मिलते हैं। इस बार भी धनतेरस से लेकर अन्नकूट पर्व तक माता अन्नपूर्णा की स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन होंगे। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भी पिछले वर्ष कनाडा से वापस आई अन्नपूर्णा प्रतिमा के दरबार में भी भक्तों को खजाना बांटा जाएगा। भक्त यह खजाना 14 नवंबर तक ले सकेंगे।


धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो भी भक्त धनतेरस के दिन माता अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन करता है और उनसे खजाना प्राप्त कर उसे अपनी तिजोरी या धन स्थान में रखता है, तो देवी अन्नपूर्णा उनके घर में कभी भी अन्न और धन की कमी नहीं होने देती हैं। यही वजह है कि देवी के इस खजाने के लिए देशभर से श्रद्धालु दर्शन के लिए यहां आते हैं। धनतेरस 10 नवंबर को निर्धारित समय से एक घंटे पहले ही मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे और पांच दिनों तक श्रद्धालु स्वर्णमयी अन्नपूर्णा, मां भूमि देवी, लक्ष्मी और रजत महादेव के दर्शन कर सकेंगे। मठ मंदिर के महंत शंकर पुरी ने बताया कि धनतेरस के शुभ योग से देश में समृद्धि रहेगी और कोष भरा रहेगा। अभिजीत मुहूर्त में अपराह्न में माता का पूजन और आरती के बाद खजाने की पूजा की जाएगी। आम भक्तों के लिए 1 बजे माता का पट खोल दिया जायेगा। महंत शंकर पुरी ने कहा कि वर्ष में सिर्फ चार दिन भक्तों को दर्शन का अवसर मिलता था। लेकिन, इस साल पांच दिन स्वर्णमयी अन्नपूर्णा का दर्शन होगा। धनतेरस पर 10 नवंबर को खजाना वितरण होगा। 14 नवंबर को अन्नकूट महोत्सव के दिन लड्डूओ की झांकी सजेगी। वहीं, रात 11.30 बजे माता की महाआरती होगी, इसके बाद एक वर्ष के लिए स्वर्णमयी अन्नपूर्णा का कपाट बंद कर दिया जाएगा। मंदिर के महंत शंकर पूरी ने बताया कि हर बार 4 दिनों तक देवी का दरबार भक्तों के लिए खोला जाता है लेकिन भक्तों के भीड़ को देखते हुए इस साल पांच दिन भक्तों को देवी दर्शन देंगी और उन्हें खजाना भी वितरित किया जाएगा। उसके बाद 14 नवंबर को अन्नकूट महोत्सव होगा जिसमें 56 तरह के व्यंजन से देवी का दरबार सजाया जाएगा।



Rishika Kukrety

Rishika Kukrety

Next Story