वाराणसी। शहर के एक निजी स्कूल की रिटायर्ड शिक्षिका से 3 करोड़ 55 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी के मामले में साइबर क्राइम को एक बड़ी कामयाबी मिली है। रिटायर्ड शिक्षिका से ठगी करने वाले 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस ने इस कार्यवाही में आरोपियों के पास से 13 लाख 63 हजार रुपये नगद, मोबाइल, चेक और एटीएम कार्ड बरामद करते हुए विभिन्न बैंक खातों में 65 लाख रुपए सीज किए है। डीसीपी क्राइम चन्द्रकांत मीणा, एडीसीपी वरूणा टी सरवणन ने आरोपियों को पुलिस लाइन में बुधवार को मीडिया के सामने पेश किया। धोखाधड़ी करने वाले जालसाजों के ऊपर पुलिस ने कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

ये है पूरा मामला

बीते 13 मार्च को रथयात्रा स्थित अमलतास अपार्टमेंट में रहने वाली शंपा रक्षित की तहरीर के आधार पर यह मुकदमा दर्ज किया गया। इस तहरीर में शंपा रक्षित ने बताया कि आरोपी ने उसे गिरफ्तार करने की धमकी देकर उनके बैंक खातों और परिवार का विवरण जालसाज ने लिया था। इसके बाद शंपा रक्षित के बैंक खातों से तीन करोड़ 55 लाख रुपये निकाल लिए थे।


बताते चलें कि शहर के एक निजी स्कूल की रिटायर्ड शिक्षिका के खाते से जालसाजों ने साइबर ठगी कर 3.55 करोड़ रुपये उड़ा दिए। वाराणसी में इतनी अधिक धनराशि की साइबर ठगी की यह पहली घटना है। जालसाजों ने स्काई एप डाउनलोड कराकर महिला के बैंक खाते को साफ कर दिया। मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस एक्टिव हो गई है। घटना के बाद महिला समेत परिवार अवसादग्रस्त हो गया है।

सिगरा थाना के रथयात्रा स्थित अमलनाथ अपार्टमेंट निवासी अशोक रक्षित की पत्नी शम्पा रक्षित एक निजी स्कूल की रिटायर्ड शिक्षिका हैं। पीड़िता ने बताया कि आठ मार्च को उन्हें एक अनजान नंबर से काल आया। फोन करने वाले ने खुद को टेलिफोन रेग्युलेटरी अथारिटी से बताया। कहा कि दो घंटे में महिला का फोन बंद हो जाएगा। अभी आपके पास पुलिस का फोन आएगा। कुछ ही देर में एक दूसरा फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि यह नंबर आपने घाटकोपर से लिया है और इससे अवैध काम हो रहा है। इस पर मैनें कहा कि यह मेरा नंबर नहीं है और मैं मुंबई में नहीं रहती हूं। फोन पर व्यक्ति ने कहा कि आपके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट है और आपको मुंबई के वर्ले स्थित पुलिस स्टेशन आना होगा। उक्त व्यक्ति अपने सीनियर से बात कराने लगा और स्काई एप डाउनलोड कराया। उसने भी गिरफ्तारी की धमकी दी और घर के अंदर रहने और किसी को न बताने को लेकर धमकाया।

फोन करने वालों ने दबाव बनाकर महिला से परिवार का पूरा विवरण लिया और बैंक खाते का पूरा ब्योरा चेक किया। शम्पा ने बताया कि जालसाज ने बैंक खाते के सभी रुपये को आरबीआई में डालने और जांच के बाद पैसा वापस आने का भरोसा दिलाया। कहा कि आपकी गिरफ्तारी नहीं होगी। उसने खाता नंबर दिया, उसमें महिला ने 11 मार्च को 3 करोड़ रुपये आरटीजीएस कर दिए। 12 मार्च को दोबारा फोन आया कि खाते में बचा पैसा भी गिरफ्तारी से बचने के लिए बताए खाते में डाल दें। महिला ने वह पैसा भी आरटीजीएस के जरिये भेज दिया। इसके बाद अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट को बताया तो पता चला कि जालसाजी हो गई।

Vipin Singh

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