नई दिल्ली, 10 मार्च (हि.स.)। ग्लोबल मार्केट में आज एक बार फिर गिरावट का रुख बना हुआ है। पिछले कारोबारी सत्र में वॉल स्ट्रीट के तीनों सूचकांक बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए। इसी तरह पिछले कारोबारी सत्र में यूरोपीय बाजार भी बिकवाली के दबाव में काम करते नजर आए। आज एशियाई बाजारों पर भी चौतरफा बिक्री का दबाव बना हुआ है, जिसकी वजह से भारत समेत एशिया के सभी बाजार गिरकर लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं।

पिछले कारोबारी सत्र में वॉल स्ट्रीट में लगातार दबाव बना रहा। नैस्डेक 237.65 अंक यानी 2.05 प्रतिशत के गिरावट के साथ 11,338.36 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह एसएंडपी 500 इंडेक्स ने 73.69 अंक यानी 1.85 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 3,918.32 अंक के स्तर पर पिछले सत्र के अपने कारोबार का अंत किया। इसके अलावा डाओ जोंस भी 543.54 अंक यानी 1.66 प्रतिशत टूट कर 32,254.86 अंक के स्तर पर बंद हुआ।

बताया जा रहा है कि पिछले कारोबारी सत्र में बैंकिंग शेयरों में आई जोरदार गिरावट ने वॉल स्ट्रीट में नकारात्मक माहौल बना दिया। सिल्वरगेट कैपिटल का शेयर पिछले सत्र में 42 प्रतिशत तक लुढ़क गया। इसी तरह एसवीबी फाइनेंशियल के शेयर में सिर्फ एक सत्र में 60 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। इन दोनों शेयरों में आई जोरदार गिरावट की वजह से पूरे बैंकिंग सेक्टर के शेयर पर दबाव बन गया, जिसका असर वॉल स्ट्रीट के कारोबार पर साफ नजर आया।

जानकारों का कहना है कि फिलहाल अमेरिका में आर्थिक संकेतक माने जाने वाले कई आंकड़ों पर निवेशकों की नजर टिकी हुई है। आज ही अमेरिका के नॉन फार्म पेरोल के आंकड़े आएंगे। इसके साथ ही आज ही बेरोजगारी के आंकड़े भी आने वाले हैं। जबकि 14 मार्च को अमेरिका में फरवरी के महंगाई के आंकड़े आने वाले हैं। जनवरी के महीने में अमेरिका में महंगाई दर 6.4 प्रतिशत थी। आशंका जताई जा रही है कि इस बार फरवरी के आंकड़ों में महंगाई दर तेज होती नजर आ सकती है।

इसके अलावा अमेरिकी बाजार पर कुछ आर्थिक संकेतक लगातार दबाव डाल रहे हैं। इनमें 105 के स्तर तक पहुंचा डॉलर इंडेक्स भी शामिल है। इसके अलावा बॉन्ड यील्ड की तेजी से भी बाजार पर दबाव बढ़ा है। 3 महीने, 6 महीने और 12 महीने के बॉन्ड यील्ड 5 प्रतिशत के ऊपर पहुंच गए हैं। इसी तरह 2 सालों का बॉन्ड यील्ड 5 प्रतिशत के करीब पहुंच गया है। जबकि 10 सालों की अवधि वाला अमेरिकी बॉन्ड यील्ड 4 प्रतिशत के करीब पहुंचा हुआ है। इन वजहों से वॉल स्ट्रीट में निवेशकों को तत्काल राहत मिलने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। जानकारों के मुताबिक बीच-बीच में निवेशक खरीदारी का रुख बना सकते हैं, लेकिन बिकवाली का दबाव अधिक रहने की संभावना बनी हुई है।

अमेरिकी बाजार पर पड़ रहे दबाव का असर पिछले कारोबारी सत्र में यूरोपीय बाजारों पर भी साफ-साफ नजर आया। यूरोप के तीनों बाजार दबाव में कारोबार करते नजर आए। एफटीएसई इंडेक्स 49.94 अंक यानी 0.63 प्रतिशत टूट कर 7,879.98 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरफ सीएसी इंडेक्स ने 0.12 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 7,315.88 अंक के स्तर पर पिछले सत्र के अपने कारोबार का अंत किया। दूसरी ओर डीएएक्स इंडेक्स पूरे सत्र में दबाव में कारोबार करने के बाद 0.01 प्रतिशत की सांकेतिक बढ़त के साथ 15,633.21 अंक के स्तर पर बंद होने में सफल रहा।

आज एशियाई बाजारों में भी गिरावट का रुख बना हुआ है। एसजीएक्स निफ्टी 234.50 अंक यानी 1.33 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 17,383.50 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह निक्केई इंडेक्स 436.36 अंक यानी 1.52 प्रतिशत टूट कर फिलहाल 28,186.79 अंक के स्तर पर कारोबार करता नजर आ रहा है। हैंग सेंग इंडेक्स में भी आज बड़ी गिरावट आई है। ये सूचकांक 492.97 अंक यानी 2.47 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 19,432.77 अंक के स्तर पर टिका हुआ है। इसी तरह ताइवान वेटेड इंडेक्स भी 249.33 अंक यानी 1.58 प्रतिशत की कमजोरी के साथ फिलहाल 15,521.33 अंक के स्तर पर कारोबार करता नजर आ रहा है। वहीं कोस्पी इंडेक्स 1.17 प्रतिशत टूट कर फिलहाल 2,390.77 अंक के स्तर पर बना हुआ है।

इसी तरह शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 1.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3,238.38 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसके अलावा स्ट्रेट्स टाइम्स इंडेक्स 0.79 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 3,189.21 अंक के स्तर पर, जकार्ता कंपोजिट इंडेक्स 0.74 प्रतिशत की गिरावट के साथ 6,749.65 अंक के स्तर पर और सेट कंपोजिट इंडेक्स 0.45 प्रतिशत टूट कर 1,606.93 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ योगिता/मुकुंद

Updated On 22 March 2023 12:02 PM GMT
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