वाराणसी। वाराणसी के 31 साल पुराने चर्चित अवधेश राय हत्याकांड के फैसले पर सबकी नजरें हैं। अब इसका फैसला अपने अंतिम चरण में है। केस के आरोपी माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ विचाराधीन मुकदमे में गवाही और सभी साक्ष्य पूरे हो गए हैं मुख्तार को वाराणसी कोर्ट में सोमवार को वर्चुअल ही पेश किया जाएगा। केस में ज़िरह और बहस के बाद विशेष जज फैसले की तारीख तय करेंगे।

इससे पहले शुक्रवार को एमपी एमएलए कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई थी। इस दौरान वादी अवधेश राय के भाई व पूर्व मंत्री अजय राय की ओर से अधिवक्ता अनुज यादव ने 36 पन्नों की विस्तृत बहस दाखिल की थी। उन्होंने आरोपी मुख्तार अंसारी को दोषी करार दिए जाने की गुजारिश की। उधर मुख्तार अंसारी की ओर से अधिवक्ता श्री नाथ त्रिपाठी ने लिखित बहस दाखिल करने के लिए कोर्ट से समय मांगा था। जिसके बाद कोर्ट ने सुनवाई की तारीख 22 मई तय की थी। आज बचाव पक्ष को अपनी जवाबी बहस लिखित में दाखिल करनी है। जिसके बाद कोर्ट अपने अंतिम फैसले के लिए तारीख तय करेगा। इसके अलावा वादी पक्ष पूर्व मंत्री अजय राय की ओर से वकील अनुज यादव और विकास सिंह के साथ ही बचाव पक्ष भी अदालत में लिखित बहस दाखिल करेगा।

बता दें कि वाराणसी के लहुराबीर क्षेत्र में 3 अगस्त 1991 को ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए अवधेश राय की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद अवधेश के भाई अजय राय ने इसके लिए मुख्तार अंसारी और उसके गुर्गों को दोषी ठहराया था। अजय राय के अनुसार, हथियारबंद हमलावरों ने उनके भाई अवधेश राय को गोली मार दी। घायल अवस्था में उन्हें कबीरचौरा अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना के मद्देनजर अजय राय ने मुख्तार अंसारी, पूर्व विधायक अब्दुल कलाम, राकेश न्यायिक समेत 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। बाद में इसकी जांच सीबीसीआईडी को सौंप दी गई थी। 31 साल पुराने इस हत्याकांड के मामले में अभियोजन तथा गवाहों के बयान दर्ज हो चुके हैं। अभियोजन की ओर से बहस भी पूरी हो चुकी है। बचाव पक्ष की ओर से बहस पूरी होने के बाद माना जा रहा है कि यह मुकदमा फैसले के करीब पहुंच गया है।

बनारसी नारद

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