फिटनेस कोच बनकर अपूर्वा ने पाया मुकाम, मुरादाबाद की बेटियों को आत्मरक्षा के सिखा रहीं गुर

Update: 2023-09-23 09:59 GMT


















- सिविल सर्विस का सपना टूटने तो महिला रक्षा को बनाया हथियार और रास्ता

मुरादाबाद, 28 फरवरी (हि.स.)। रामगंगा विहार निवासी अपूर्वा शर्मा मुरादाबाद की बेटियों और महिलाओं को निःशुल्क आत्मरक्षा के गुर सिखा रहीं हैं। उनका कहना है कि वह आईएएस बनकर समाजसेवा करना चाहती थीं, लेकिन जब यह सपना पूरा नहीं हुआ तो आधी आबादी को स्वस्थ और सुरक्षित रखने के उद्देश्य को अपने जीवन का लक्ष्य बना लिया।

फिटनेस कोच अपूर्वा शर्मा ने बताया कि शुरू से वह सिविल सर्विस में जाना चाहती थीं। उस वक्त मुरादाबाद में शिक्षा का अच्छा माहौल नहीं मिल पाया। परिवार में भी चार भाई-बहन होने की वजह से संसाधन सीमित हो गए। माता-पिता घर से दूर भेजने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। इन सभी कारणों की वजह से वह अपने सपने को पूरा करने के सफर पर नहीं चल पाईं।

अपूर्वा कहतीं हैं कि उनके मन में शुरू से ही कुछ अलग करने की चाहत थी और बचपन से ही उन्हें खेलों में दिलचस्पी थीं। आगे बताया कि जब वह कक्षा पांच में थीं तो उन्होंने ताइक्वांडो की ट्रेनिंग ले ली थी, इसके बाद कराटे में ब्लैक बेल्ट हासिल की। अपूर्वा ने बाॅस्केटबाल में राष्ट्रीय स्तर पर मुरादाबाद और अपने प्रदेश का नाम रोशन किया है।

दोस्त की आत्महत्या ने झकझोर दिया था

अपूर्वा ने बताया कि उनकी बहुत करीबी दोस्त ने कुछ वर्ष पहले आत्महत्या कर ली थी। ऐसा कहा जाता है कि उसने शारीरिक और मानसिक हिंसा से परेशान होकर यह आत्मघाती कदम उठाया था। इस घटना ने उन्हें झकझोर दिया। उन्हें लगा कि महिलाओं और पुरुषों को बराबर तनाव होता है। ऐसे में जब पुरुष उस तनाव को झेल सकते हैं तो महिलाएं क्यों नहीं। उन्हें भी शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होना चाहिए।

तीन हजार से अधिक मातृशक्ति को दे चुकी हैं प्रशिक्षण

अपूर्वा ने अपनी दोस्त को खोने के बाद महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षित करने की ठानी। विभिन्न सामाजिक संगठनों के माध्यम से वह महिलाओं और बालिकाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए निःशुल्क प्रशिक्षित करती हैं। अब तक 40 स्कूलों व कॉलोनियों में जाकर करीब तीन हजार से ज्यादा को प्रशिक्षण दे चुकी हैं।

महिलाओं और लड़कियों के लिए खोल रखा हैं जिम

अपूर्वा ने एक जिम खोला है, जो सिर्फ महिलाओं के लिए है। उनका कहना है कि शहर में जिम तो बहुत हैं, लेकिन वह पुरुषों के लिए भी हैं। कई बार महिलाएं वहां जाने में असहज महसूस करती हैं। उनके यहां सिर्फ महिलाओं के लिए सुविधा होने की वजह से वह बेफिक्र होकर ट्रेनिंग करती हैं।

वर्ष 2022 में वूमेन लीडर फोरम ने एशिया आइकन अवार्ड मिला

फिटनेस कोच अपूर्वा शर्मा को वर्ष 2022 में वूमेन लीडर फोरम की ओर से उन्हें एशिया आइकन अवार्ड मिल चुका है। उनके सोशल मीडिया पर 70 हजार फॉलोअर्स हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी महिलाओं, बालिकाओं को न्यूट्रिशन, व्यक्तिगत स्वच्छता, फिटनेस आदि के प्रति जागरूक करती हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/निमित जायसवाल

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