वाराणसी। काशी में आयोजित काशी संगमम को ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए शासन-प्रशासन कोई कोर - कसर नहीं छोड़ना चाहता। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारी स्वयं तैयारियों की मॉनिटरिंग की…

वाराणसी। काशी में आयोजित काशी संगमम को ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए शासन-प्रशासन कोई कोर - कसर नहीं छोड़ना चाहता। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारी स्वयं तैयारियों की मॉनिटरिंग की कमान संभाले हुए हैं। कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बनारस शहर में टूरिज्म से जुड़े नाविक, रिक्शा, ऑटो व ई- रिक्शा चालकों, टूरिस्ट गाइड, होटल, सिविल डिफेंस आदि के लोगों से कहा कि सभी काशी-तमिल संगमम में आने वाले मेहमानों का ऐसा स्वागत करें जो मिसाल बनें। उन्होंने कहा कि इससे पूरे देश को काशी की मेहमान नवाजी का एक अच्छा संदेश जाएगा और उससे उनके व्यवसाय को कई गुना लाभ मिलेगा।

कौशल राज शर्मा ने बताया कि शहर को देव दीपावली की तरह सजाया जाएगा। सभी टूरिस्ट्स एक स्थान से दूसरे स्थान तक इलेक्ट्रिक बस से जाएंगे। अतिथियों का स्वागत पुष्प वर्षा और डमरू दल करेंगे।

काशी-तमिल संगमम में आने वाला पहला दल बनारस स्टेशन पर आएगा। दूसरा दल कैंट और तीसरा ग्रुप पं. दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन पहुंचेगा। कुल 12 दल इन स्टेशनों पर चार-चार की संख्या में पहुंचेंगे। स्टेशन पर उनका स्वागत किया जाएगा।

आने वाले अतिथियों को काशी भ्रमण में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो इसके लिए विशेष रूप से 60 गाइड को तैयार किया गया है। टूरिज्म डिपार्टमेंट की तरफ से इन गाइडों को बकायदा तमिल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पर्यटन स्थलों को लेकर सामान्य जानकारी व आमतौर पर प्रयोग में आने वाले शब्दों की समझ पर फोकस होगा। प्रयास है कि गाइडों को तमिल की इतनी समझ हो जिसे वह कम से कम टूटी-फूटी भाषा में बोल सकें। बनारस में तमिल बोलने व समझने वाले लोगों का सहयोग लिया जाएगा। इस बारे में गाइडों को जानकारी दी जा रही है।

Updated On 17 Nov 2022 9:56 PM GMT
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