मालदह, 19 सितंबर (हि.स.)। ओल्ड मालदह के मंगलबाड़ी इलाके में स्थित बेहुला पुल के पिलर में तीन दरारें देखे जाने से स्थानीय लोगों में भय की स्थिति बन रही है। खबर पाकर मंगलवार सुबह स्थानीय थाने के आईसी हीरक विश्वास वहां पहुंचे। दरारें देखकर वह भी हैरान रह गए। उन्होंने फोन से तस्वीर ली और उच्च अधिकारियों को सूचित किया। हालांकि उन्होंने मीडिया के सवालों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

पुल की स्थिति से इलाके के निवासी डरे हुए हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, मालदह बाइपास सड़क खुलने के बाद भी पुराने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-34 पर बने इस बेहुला पुल पर हर दिन हजारों की संख्या में लॉरी, ट्रक, यात्री बसें, टैक्सियां और अन्य वाहन चल रहे हैं। मंगलबाड़ी इलाके में भारतीय खाद्य निगम का बड़ा गोदाम है। खाद्य उत्पादों से लदी लॉरियां बेहुला पुल पर खतरनाक तरीके से आवाजाही कर रही हैं।

मालदह बाइपास रोड के निर्माण से पहले यह ब्रिज 34 राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधीन था। आरोप है कि उस वक्त पुल का रखरखाव ठीक से नहीं किया गया था। हाल ही में इस सड़क की जिम्मेदारी राज्य सरकार को मिली है। लोक निर्माण विभाग इसकी देखरेख कर रहा है। हालांकि विभाग के अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि पुल अभी भी पूरी तरह सुरक्षित है। विभाग के कार्यकारी अभियंता असित कुमार साहा ने कहा कि बेहुला ब्रिज के खंभे क्षतिग्रस्त नहीं हुए हैं। पिलर के ऊपर एक जैकेट पहनाया जाता है। जैकेट में दरारें हैं। इससे पुल पर किसी तरह का कोई असर नहीं पड़ेगा। एक-दो दिन के अंदर उस जैकेट की मरम्मत का काम शुरू कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि बेहुला ब्रिज को लेकर कोई समस्या नहीं है। किसी भी खतरे की आशंका नहीं है। पुल अभी भी पूरी तरह सुरक्षित है।

हिन्दुस्थान समाचार / गंगा

Updated On 20 Sep 2023 12:19 AM GMT
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