योग चिकित्सा पाठ्यक्रम 'योगश्री' के लिये प्रवेश प्रक्रिया शुरू

कोलकाता, 19 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पहल पर अब राज्य में योग चिकित्सा का कोर्स शुरू किया गया है। बेलूर योगा मेडिकल कॉलेज में 'योगश्री' छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया शुक्रवार को शुरू हो गई। प्रवेश प्रक्रिया का पहला दौर शनिवार को भी जारी रहेगा।
पहले चरण में कुल 34 छात्रों के प्रवेश को पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसलिंग कमेटी ने मंजूरी दी है। कॉलेज के प्रिंसिपल और राज्य आयुर्वेद निदेशक डॉ. देबाशीष घोष ने कहा कि पहले साल के लिए यह अच्छी प्रतिक्रिया थी। यह प्रवेश प्रक्रिया 18 नवंबर तक चलेगी। उम्मीद है सभी 50 सीटें भर जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि सभी छात्र इसी राज्य के रहने वाले हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहली योग परिषद का गठन कर योग और प्राकृतिक चिकित्सा को एकीकृत करने का प्रयास शुरू किया। बाद में, बेलूर स्टेट जेनेरल अस्पताल परिसर में योग मेडिकल कॉलेज के लिए पांच मंजिली इमारत का निर्माण किया गया।
राज्य योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष तुषार शील ने बताया कि कॉलेज में 300 सीटें हैं। इस मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेने वाले छात्रों को योग के साथ-साथ प्रकृति के अवयवों से इलाज भी सिखाया जाएगा। छात्र (बीवाईएनएस) स्नातक स्तर पर पढ़ेंगे। छात्रों को सिखाया जाएगा कि सूरज की रोशनी या हवा जैसे प्राकृतिक तत्वों का उपयोग बीमारियों को ठीक करने के लिए कैसे किया जा सकता है। यह पूर्वी भारत का पहला योग मेडिकल कॉलेज है।
हाल ही में मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रिंसिपल, प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर, आरएमओ, डेंटिस्ट, ईएनटी सर्जन, लैब टेक्नीशियन, जनरल ड्यूटी अटेंडेंट समेत कुल 101 पदों पर नियुक्ति की गई थी। राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस की अनुमति से कॉलेज का नाम बदलकर 'योगश्री' कॉलेज कर दिया गया। इस योग कॉलेज का आउटडोर विभाग पहले ही शुरू हो चुका था। हिन्दुस्थान समाचार/ गंगा
